मुंबई 20 अगस्त 2025 : बेस्ट पतपेढी चुनाव में शिवसेना के उद्धव ठाकरे और मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे एक साथ आए, लेकिन दोनों ठाकरे परिवार के पैनल के किसी भी उम्मीदवार को जीत नहीं मिली। इसके विपरीत, कामगार नेता शशांक राव के पैनल के 14 उम्मीदवार विजयी रहे, जबकि बीजेपी नेता प्रसाद लाड के पैनल के 7 उम्मीदवार जीत गए। इस चुनाव परिणाम के बाद मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशिष शेलार ने बड़ी घोषणा की, जिसे आगामी मुंबई महापालिका चुनाव की रणभूमि की शुरुआत माना जा रहा है।
आशिष शेलार ने कहा, “अब भूमिका स्पष्ट हो गई है। बीजेपी इस चुनाव में सीधे नहीं उतरी थी। यह चुनाव कामगारों और B.E.S.T. के कर्मचारियों के लिए था। इसका राजनीतिकरण उबठा और मनसे ने किया। हर चीज का राजनीतिकरण करने का नतीजा उन्हें मिला और हाथ में भोपळा आया। मुंबई का विजय हुआ, मुंबईकरों का विजय हुआ, मराठी का विजय हुआ, कामगारों का विजय हुआ और बीजेपी का विजय हुआ।”
आशिष शेलार की बड़ी घोषणा:
“मुंबई बीजेपी अध्यक्ष के तौर पर मैं आज घोषणा करता हूँ कि मुंबई महापालिका के स्टार प्रचारकों की एक बड़ी सूची जारी होगी, लेकिन स्टार प्रचारक के रूप में शशांक राव और प्रसाद लाड का नाम मैं आज घोषित करता हूँ। इन दोनों ने B.S.T.E. चुनाव में ठाकरे भाइयों के पक्ष को यह दिखा दिया कि मुंबईकर किसके साथ हैं।”
ठाकरे परिवार को आशिष शेलार का चुनौतीपूर्ण संदेश:
“जैसे शोले में जय-विरू की जोड़ी थी, वैसे ही मुंबई बीजेपी के चुनाव में शशांक राव और प्रसाद लाड की जोड़ी है। मैं इन दोनों पक्षों से कहता हूँ, पहले इन दोनों से निपटो, फिर मेरे और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास आओ।”
संदीप देशपांडे की प्रतिक्रिया:
मनसे नेता संदीप देशपांडे ने कहा, “यह सिर्फ पतपेढी का चुनाव था। इसे किसी लिटमस टेस्ट या बहस की तरह मत देखें। युद्ध अभी खत्म नहीं हुआ है। हमने अभी जीत हासिल नहीं की है। युद्ध अभी जारी है।”
प्रसाद लाड की प्रतिक्रिया:
प्रसाद लाड ने संदीप देशपांडे के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, “संदीप पहले अपने मालिक के बारे में सोचें। जो अपने मालिक को चुनाव में जीत नहीं दिला सकता, उसकी फडणवीस पर बात करने की हिम्मत नहीं है। संदीप देशपांडे मनसे और राज ठाकरे नहीं हैं। अब हार के बाद मतपेटी चोरी, पैसे बांटे जाने या मामले दर्ज होने जैसी बातें की जाएंगी, लेकिन संदीप अपनी औकात में रहें तो अच्छा होगा।”
इस प्रकार बेस्ट पतपेढी चुनाव में ठाकरे परिवार और मनसे की हार के बाद बीजेपी ने अपनी स्थिति मजबूत की है और आगामी चुनाव की तैयारियों का संकेत दिया है।
