नवी मुंबई 17 नवंबर 2025 : बिना अनुमति छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण करने के मामले में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के नेता अमित ठाकरे के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। अमित ठाकरे के खिलाफ यह पहला मामला है। उनके साथ 40 मनसे कार्यकर्ताओं पर भी केस दर्ज किया गया है।
नेरुल में स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज चौक में छह महीने पहले प्रतिमा स्थापित की गई थी, लेकिन नगर निगम द्वारा उसका अनावरण नहीं किया जा रहा था। रविवार दोपहर जब अमित ठाकरे नवी मुंबई पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि प्रतिमा को कपड़े से ढककर रखा गया था और उस पर धूल जमी हुई थी। इस पर उन्होंने मौके पर ही प्रतिमा का अनावरण कर दिया।
पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन मनसे कार्यकर्ताओं ने पुतले से कपड़ा हटाकर अनावरण कर दिया। यह सब बिना नगर निगम की अनुमति के किया गया। निगम ने स्पष्ट किया था कि पुतले का आधिकारिक अनावरण समय आने पर किया जाएगा।
इस मामले पर अमित ठाकरे ने कहा, “इतने दिनों से यह पुतला ऐसी स्थिति में था, इसलिए हमने इसका अनावरण किया। अगर मेरे जीवन का पहला मामला महाराज के लिए दर्ज हो रहा है, तो मुझे गर्व है।”
मनसे की प्रतिक्रिया:
नवी मुंबई मनसे अध्यक्ष गजानन काळे ने बताया कि इस पुतले का अनावरण करने के लिए पिछले साल फरवरी से ही नगर निगम से संपर्क किया जा रहा था, लेकिन अधिकारियों ने इसे नजरअंदाज किया, संभवतः वे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति का इंतज़ार कर रहे थे। पुतले को ढकने के लिए इस्तेमाल कपड़ा गंदा हो चुका था, जिससे यह शिवराय का अपमान हो रहा था। इसी वजह से अमित ठाकरे ने पुतले का अनावरण किया और खुद उसे साफ भी किया।
नगर निगम का जवाब:
नवी मुंबई नगर निगम ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि पुतले का अनावरण अभी तक नहीं किया गया था क्योंकि उसके आसपास का निर्माण कार्य अधूरा है और अंतिम चरण में है। जल्द ही निगम द्वारा आधिकारिक अनावरण किया जाएगा। बिना अनुमति और पूर्व सूचना के पुतले का अनावरण करना पूरी तरह अवैध है और कानून-व्यवस्था के हिसाब से गलत है।
