21 जुलाई 2025 : लातूर में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और छावा संघटना के कार्यकर्ताओं के बीच हुए जोरदार हंगामे और मारपीट पर पार्टी अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी में किसी भी तरह की हिंसा, अभद्र भाषा या असभ्य व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अजित पवार ने क्या कहा?
अजित पवार ने कहा:
“लातूर में जो घटना हुई वह अत्यंत गंभीर, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। मैं किसी भी प्रकार की हिंसा या असंसदीय भाषा का स्पष्ट विरोध करता हूं। हमारे दल की नींव शिवाजी महाराज, शाहू महाराज, फुले और बाबासाहेब आंबेडकर जैसे महापुरुषों के लोकतांत्रिक, समता और बंधुत्व के विचारों पर आधारित है।”
उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि सभी को सामाजिक जीवन में काम करते हुए लोकशाही, शांतता और अहिंसा जैसे मूल्यों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
सूरज चव्हाण का स्पष्टीकरण
राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सूरज चव्हाण, जिन पर मारपीट का आरोप लगा है, उन्होंने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा:
“कल कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हुआ जिसमें कुछ लोगों ने हमारे नेताओं के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया। इससे कुछ कार्यकर्ता भड़क गए। मारपीट हुई, जो गलत था। मैं इसके लिए माफी मांगता हूं। जल्द ही मैं विजय घाटगे से मिलकर गलतफहमी दूर करूंगा।”
सूरज चव्हाण ने यह भी कहा कि वे खुद किसान के बेटे हैं और किसानों की समस्याओं के लिए हमेशा खड़े रहेंगे। हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि शारीरिक हिंसा किसी भी हाल में उचित नहीं है।
निष्कर्ष:
अजित पवार ने जहां पार्टी की छवि को बचाने के लिए कठोर शब्दों में अनुशासन का पाठ पढ़ाया, वहीं सूरज चव्हाण ने घटना पर माफी मांगते हुए सफाई दी। फिलहाल, लातूर की इस घटना को लेकर राज्य की राजनीति में चर्चा गरम है।
