जालंधर 16 मई 2025 : विजिलैंस ब्यूरो द्वारा नगर गिनम के गिरफ्तार किए गए ए.टी.पी. सुखदेव वशिष्ट की गिरफ्तारी के बाद अब जांच का घेरा सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के कुछ नेताओं की तरफ घूम सकता है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ऐलान कर चुके हैं कि भ्रष्टाचार में लिप्त किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा चाहे वह सत्ताधारी पार्टी से संबंध क्यों न रखता हो?
मुख्यमंत्री ने कल लुधियाना में भी एक समारोह के दौरान भ्रष्टाचार को लेकर कड़ा स्टैंड लेने का संकेत कर दिया था। उसके बाद विजिलैंस ब्यूरो एकदम से हरकत में आ गया और उन्होंने कल ही ए.टी.पी. सुखदेव को भ्रष्टाचार के आरोपों में अपनी हिरासत में ले लिया था और आज उसकी गिरफ्तारी डाली गई। विजिलैंस ब्यूरो के अधिकारियों का मानना है कि जांच के दौरान विजिलैंस अधिकारियों द्वारा यह देखा जाएगा कि सुखदेव ने अपने कार्यकाल के दौरान शहर में कौन-कौन सी इमारतों के नक्शों को मंजूरी दी थी और उसके पीछे क्या गोलमाल है। सूत्रों के मुताबिक सुखदेव एक ‘आप’ नेता के कहने पर फाइलों को क्लीयर करता था और इस नेता के कहने पर ही इमारतों की सीलें लगाई जाती थी।
इस नेता के कहने पर ही इमारतों के नक्शों को पास किया जाता था। उक्त नेता की बिल्डिंग ब्रांच मे इतनी ज्यााद दखलअंदाजी थी कि उसके कहे बिना कुछ भी काम नहीं होता था। विजिलैंस अधिकारियों को इसकी भनक लग चुकी है और वह जांच कर रहे हैं कि उक्त नेता तथा इस अधिकारी ने मिलकर पिछले समय में कितना पैसा लोगों से भ्रष्टाचार की मार्फत कमाया है। उक्त ए.टी.पी. नगर निगम में काम करते हुए अपने सहयोगी अधिकारियों की बात भी नहीं सुनता था क्योंकि उसे उक्त ‘आप’ नेता का आशीर्वाद हासिल था। शहर में प्रापर्टी से संबंधित जितनी भी डीलें हुई हैं, उसमें इन दोनों की शामूलियत बताई जा रही हैं। वैसे आम आदमी पार्टी के अधिकतर नेता खुश हैं क्योंकि अब नगर निगम में मैरिट के आधार पर काम होगा। उक्त नेता की दखलअंदाजी अब बंद हो जाएगी और अधिकारी भी अब बिना किसी दबाव के काम करेंगे।
