14 दिसंबर 2025 : कनाडा से एक दर्दनाक और झकझोर देने वाली खबर सामने आई है, जहां एक पंजाबी युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस वारदात के बाद उसके साथ मौजूद एक अन्य पंजाबी युवक को गहरा सदमा लगा, जिसके चलते उसकी भी मौत हो गई। इस दोहरी त्रासदी से न केवल कनाडा में रह रहे भारतीय समुदाय में, बल्कि पंजाब में मृतकों के पैतृक गांवों में भी शोक की लहर दौड़ गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह घटना कनाडा के एक प्रमुख शहर में हुई, जहां दोनों युवक पिछले कुछ वर्षों से रह रहे थे। मृतक युवक की पहचान पंजाब के रहने वाले एक मेहनती और शांत स्वभाव के व्यक्ति के रूप में हुई है, जो रोज़गार की तलाश में कनाडा गया था। वह वहां काम कर अपने परिवार की आर्थिक मदद कर रहा था। बताया जा रहा है कि घटना उस समय हुई जब वह अपने एक साथी के साथ बाहर मौजूद था।
अचानक हुई फायरिंग में युवक को गोली लग गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। गोली चलने की आवाज और अपने करीबी दोस्त को लहूलुहान हालत में गिरते देख उसका साथी पूरी तरह टूट गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वह युवक बार-बार अपने दोस्त का नाम पुकारता रहा और गहरे सदमे में चला गया। कुछ ही देर बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और वह जमीन पर गिर पड़ा।
स्थानीय आपातकालीन सेवाओं को तुरंत सूचना दी गई। पुलिस और मेडिकल टीम मौके पर पहुंची और दोनों युवकों को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने एक युवक को मृत घोषित कर दिया, जबकि दूसरे युवक को बचाने की पूरी कोशिश की गई। हालांकि, डॉक्टरों के अनुसार, दूसरे युवक की मौत किसी बाहरी चोट से नहीं, बल्कि अत्यधिक मानसिक आघात और हार्ट फेल्योर के कारण हुई।
कनाडा पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि यह घटना आपसी रंजिश या किसी आपराधिक गतिविधि से जुड़ी हो सकती है, हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है और चश्मदीदों से पूछताछ की जा रही है।
इस घटना के बाद कनाडा में रह रहे पंजाबी और भारतीय समुदाय में भय और आक्रोश का माहौल है। समुदाय के लोगों ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं और प्रशासन से दोषियों को जल्द पकड़ने की मांग की है। कई सामाजिक संगठनों ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है।
पंजाब में मृतक युवकों के परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। जैसे ही घटना की सूचना गांव पहुंची, घरों में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक युवक के माता-पिता का कहना है कि उन्होंने अपने बेटे को बेहतर भविष्य के सपने के साथ विदेश भेजा था, लेकिन उन्हें क्या पता था कि वह कभी वापस नहीं लौटेगा।
गांव के लोगों और रिश्तेदारों ने बताया कि दोनों युवक बचपन के दोस्त थे और साथ ही कनाडा गए थे। वे एक-दूसरे का सहारा बनकर रह रहे थे। एक की गोली लगने से मौत और दूसरे की सदमे से जान जाना इस दोस्ती की गहराई को भी दर्शाता है। गांव में लगातार लोगों का आना-जाना लगा हुआ है और हर आंख नम है।
भारतीय दूतावास की ओर से भी मामले में संज्ञान लिया गया है। दूतावास ने कनाडा प्रशासन से संपर्क कर जांच में सहयोग का आश्वासन दिया है और मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने की बात कही है, जिसमें शवों को भारत लाने की प्रक्रिया भी शामिल है।
यह घटना एक बार फिर विदेशों में रह रहे भारतीय युवाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ाती है। बेहतर भविष्य की तलाश में देश छोड़ने वाले युवाओं के सामने कई तरह की चुनौतियां और खतरे मौजूद हैं। इस दुखद घटना ने न केवल दो परिवारों को उजाड़ दिया है, बल्कि पूरे समाज को गहरे सदमे में डाल दिया है।
सारांश
कनाडा में पंजाबी युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद उसका साथी गहरे सदमे में चला गया और उसकी भी मौत हो गई, जिससे समुदाय में शोक फैल गया।
