मुंबई 05 नवंबर 2025 : सड़क मार्ग से यात्रा का समय कम करने के लिए मढ से वर्सोवा तक खाड़ी पर एक पुल बनाया जाएगा। हालांकि, मैंग्रोव क्षेत्र को लेकर पर्यावरण और वन विभाग व बाद में हाईकोर्ट की मंजूरी में देरी के कारण इस परियोजना की शुरुआत अब तक टल गई थी। अब अगले दो महीनों में पुल के काम की शुरुआत होने की उम्मीद है।
मढ-वर्सोवा मार्ग
मालाड के मढ से वर्सोवा तक का 21 से 22 किलोमीटर का सफर अभी सड़क मार्ग से तय करने में करीब डेढ़ घंटा लगता है। ट्रैफिक बढ़ने पर यह समय और भी बढ़ जाता है। इसीलिए खाड़ी पर पुल बनाने की मांग लंबे समय से हो रही थी। पुल बनने के बाद यह यात्रा सिर्फ 10 मिनट में पूरी हो जाएगी।
मुंबई नगर निगम ने इस परियोजना को मंजूरी दी थी। फरवरी 2023 में महाराष्ट्र कोस्टल ज़ोन मैनेजमेंट अथॉरिटी ने हरी झंडी दी और सीआरज़ेड से भी अनुमति मिल गई। ठेकेदार की नियुक्ति हो चुकी है। तीन साल में यह पुल बनकर तैयार होगा।
पुल निर्माण के लिए कुछ मैंग्रोव पेड़ों की कटाई जरूरी है, जिसके लिए प्रस्ताव जुलाई 2025 में केंद्र के पर्यावरण और वन विभाग को भेजा गया था, लेकिन मंजूरी अभी बाकी है। मंजूरी मिलने के बाद ही हाईकोर्ट से अनुमति लेकर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
3900 करोड़ रुपए की लागत
इस पुल की अनुमानित लागत करीब 3,900 करोड़ रुपये है। पुल बनने के बाद डेढ़ घंटे का सफर सिर्फ 10 मिनट में पूरा किया जा सकेगा।
मछुआरों ने शुरुआत में प्रोजेक्ट का विरोध किया था, क्योंकि उन्हें डर था कि इससे नौका मार्ग बाधित होगा और गाद जमा हो सकती है। हालांकि, प्रशासन द्वारा परियोजना के फायदे समझाने के बाद उन्होंने विरोध वापस ले लिया। मढ-वर्सोवा पुल की कुल लंबाई करीब डेढ़ किलोमीटर होगी।
