• Wed. Dec 17th, 2025

ऑपरेशन सिंदूर के पहले ही दिन भारत की करारी हार; पृथ्वीराज चव्हाण का विवादित बयान

पुणे 17 दिसंबर 2025 : ऑपरेशन सिंदूर के पहले ही दिन हुए हवाई युद्ध में भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा, ऐसा विवादित बयान माजी मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने मंगलवार को दिया।

पुणे श्रमिक पत्रकार संघ द्वारा आयोजित वार्तालाप में चव्हाण ने कहा कि अमेरिका में कुख्यात उद्योगपति जेफ्री एपस्टिन मामले से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हताश हो सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा घोषित युद्धबंदी को मान्यता देने के कारण भारत ने ऑपरेशन सिंदूर रोक दिया।

चव्हाण ने कहा कि एपस्टिन मामले के गोपनीय दस्तावेजों में भारत के दो वर्तमान और एक पूर्व सांसद शामिल हैं। 19 दिसंबर को जब ये दस्तावेज सार्वजनिक होंगे, तो देश में बड़ी राजनीतिक हलचल मचेगी। उन्होंने यह भी कहा कि मराठी व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री बनने की संभावना रखता है।

‘वाजपेयी की घोड़चूक’

चव्हाण ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार द्वारा पोखरण में की गई परमाणु जांच को घोड़चूक बताया। उनका कहना है कि इस अणु परीक्षण के बाद पाकिस्तान भी परमाणु संपन्न देश बन गया।

कांग्रेस को लगा आत्मविश्वास का झटका

चव्हाण ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को जनता ने भारी समर्थन दिया था। उसके बाद विधानसभा चुनाव में भी कई नेताओं ने यह मान लिया था कि कांग्रेस का ही मुख्यमंत्री बनेगा, लेकिन अतिआत्मविश्वास और सीट बंटवारे की गड़बड़ी ने पार्टी को नुकसान पहुँचाया। उन्होंने कहा कि कभी स्वतंत्र चुनाव आयोग अब सरकार के अधीन हो गया है।

चव्हाण ने आगे कहा कि यदि विपक्षी दल जनता की आवाज़ को प्रभावी ढंग से सरकार तक नहीं पहुँचाते हैं, तो वह भी लोकतंत्र की हत्या में शामिल हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की दादागिरी का जिक्र करते हुए कहा कि विधान सभा में विपक्षी नेता पद नहीं है। विपक्ष को जनता के सवालों को आक्रामक तरीके से उठाना चाहिए। संविधान बचाव और तिरंगा यात्रा में केवल कांग्रेस के नेता शामिल होते हैं, जबकि युवाओं और जनता को जोड़ने में पार्टी पीछे रह गई है।— पृथ्वीराज चव्हाण, माजी मुख्यमंत्री

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *