मुंबई 15 दिसंबर 2025 : मुंबई की ट्रैफिक समस्या को कम करने के लिए बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) द्वारा शुरू किए गए गोरेगांव–मुलुंड लिंक रोड प्रोजेक्ट को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है। जहां तीसरे चरण का काम जारी है, वहीं अब चौथे चरण को तेज़ी से आगे बढ़ाने के लिए निविदा जारी कर दी गई है। इस चरण पर करीब 1,293 करोड़ रुपये खर्च होंगे। हालांकि, पूरे प्रोजेक्ट के पूरा होने में अभी 4 से 5 साल का समय लग सकता है।
गोरेगांव–मुलुंड लिंक रोड मुंबई के पूर्व और पश्चिम उपनगरों को जोड़ने वाला चौथा प्रमुख कनेक्टर रोड होगा। इससे खासतौर पर उत्तर मुंबई की यातायात व्यवस्था को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। करीब 12.20 किलोमीटर लंबे इस मार्ग के पूरा होने के बाद गोरेगांव से मुलुंड का सफर 75 मिनट से घटकर लगभग 25 मिनट का रह जाएगा। इससे न केवल ईंधन की बचत होगी, बल्कि मुंबई के एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में भी सुधार होने की संभावना है।
यह पूरा प्रोजेक्ट चार चरणों में तैयार किया जा रहा है। तीसरे चरण (A) में फ्लाईओवर और एलिवेटेड रोड का निर्माण शामिल है। दिंडोशी से गोरेगांव फिल्म सिटी के बीच छह लेन फ्लाईओवर का काम फिलहाल चल रहा है। अब चौथे चरण के लिए टेंडर जारी किए गए हैं। इस चरण में गोरेगांव ईस्ट के ओबेरॉय मॉल के पास पश्चिमी एक्सप्रेस हाईवे के नीचे अंडरग्राउंड रोड और मुलुंड ईस्ट के ऐरोली जंक्शन पर फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा। यह चरण करीब 3 साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
अब तक के काम की बात करें तो पहले चरण में नाहूर रेलवे लाइन पर फ्लाईओवर लगभग पूरा हो चुका है, जबकि दूसरे चरण में लिंक रोड के चौड़ीकरण का काम अंतिम चरण में है।
इस प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी खासियत 4.70 किलोमीटर लंबी दो अंडरग्राउंड जुड़वां सुरंगें होंगी। इन सुरंगों के निर्माण के लिए अत्याधुनिक टीबीएम (टनल बोरिंग मशीन) का इस्तेमाल किया जाएगा। ये सुरंगें दादासाहेब फाल्के चित्रनगरी (फिल्म सिटी) से लेकर मुलुंड के खिंडीपाड़ा तक बनाई जाएंगी, जिससे पूर्व–पश्चिम यात्रा और भी तेज़ और सुगम हो सकेगी।
कुल मिलाकर, गोरेगांव–मुलुंड लिंक रोड मुंबईकरों के लिए ट्रैफिक से राहत की बड़ी उम्मीद है, लेकिन इसके लिए उन्हें अभी कुछ साल और इंतजार करना होगा।
