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SHO अरुण राय केस: महिला कांस्टेबल मीनाक्षी गिरफ्तार, गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम संस्कार

बरेली 08 दिसंबर 2025 उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के कुठौद थाने के प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार राय की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत के मामले में पुलिस ने एक महिला आरक्षी को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उनके मुताबिक, राय के गृह जिले संत कबीर नगर में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। 

जानिए क्या है पूरी घटना?
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार रात प्रभारी निरीक्षक राय की गोली लगने से मौत के बाद उनकी पत्नी माया राय ने एक महिला आरक्षी पर हत्या का आरोप लगाया था तथा पुलिस ने आज महिला आरक्षी को गिरफ्तार कर लिया। जालौन के पुलिस अधीक्षक (एसपी) डॉ दुर्गेश कुमार ने बताया कि विगत पांच दिसंबर को थाना कुठौद के प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार राय की गोली लगने से मृत्यु हो गई थी। सूचना पाकर दिवंगत निरीक्षक की पत्नी माया राय अपने गृह जनपद संत कबीर नगर से जालौन पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। 

उन्होंने थाना कोच में ‘डायल 112′ नंबर में तैनात महिला आरक्षी मीनाक्षी शर्मा पर हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक को तहरीर दी थी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर शर्मा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की हत्या की धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की और उसी आधार पर रविवार को शर्मा को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, घटना के समय आरक्षी शर्मा दिवंगत निरीक्षक के आवास पर ही थी और उसी ने अन्य पुलिसकर्मियों को घटना की सूचना दी थी। 

‘गार्ड ऑफ ऑनर’ के साथ अंतिम संस्कार 
उधर संत कबीर नगर जिले के धनघटा तहसील के बिरहालघाट पर निरीक्षक अरुण कुमार राय का रविवार को अंतिम संस्कार ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ के साथ किया गया। थाना प्रभारी धनघटा जयप्रकाश दुबे की उपस्थिति में अंतिम संस्कार किया गया और घाट पर बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी मौजूद थे। राय धनघटा थाना क्षेत्र के रजनौली गांव के निवासी थे। 

पहले भी सुर्खियों में रह चुकी हैं मीनाक्षी
निरीक्षक अरुण कुमार राय की हत्या के मामले में जिम्मेदार बताई जा रही महिला सिपाही शर्मा बरेली जिले के बहेड़ी कोतवाली में तैनाती के दौरान भी विवादों में रही थी। मित्रवत संबंधों को लेकर बहेड़ी थाने में गोली चली थी, लेकिन गोली से कोई घायल नहीं हुआ था। इसके बाद मीनाक्षी शर्मा का तबादला हुआ था। इसके अलावा मीनाक्षी शर्मा का नाम पीलीभीत जिले में भी सुर्खियों में रहा है। साल 2019 में उनके खिलाफ कई मामलों की शिकायतें दर्ज हुई थीं। आरोप है कि उन्होंने वहां तैनात एक सिपाही और दरोगा को ब्लैकमेल किया था। इस दौरान विवाद बढ़ने के बाद उनका ट्रांस्फर अमरिया और फिर सुनगढ़ी थाना क्षेत्र में डायल-112 में किया गया था। अब एक बार फिर मीनाक्षी शर्मा का नाम चर्चा में है। 

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