मुंबई 06 दिसंबर 2025 : देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के रियल एस्टेट सेक्टर का आकर्षण अब कुलाबा या पेडर रोड नहीं, बल्कि वरळी बन गया है। अनारॉक ग्रुप के एक हालिया सर्वे में खुलासा हुआ है कि पिछले दो वर्षों में सिर्फ 30 लग्ज़री घरों की खरीद-फरोख्त के जरिए 5,500 करोड़ रुपये की भारी-भरकम डील हुई, जिसमें एक डुप्लेक्स फ्लैट की कीमत ही 350 करोड़ रुपये रही।
सर्वे की अहम बातें
- 5,500 करोड़ की कुल डील में से 700 करोड़ रुपये सिर्फ 2025 में, वह भी केवल दो डुप्लेक्स से आए। यानी प्रति डुप्लेक्स औसत कीमत 350 करोड़ रुपये।
- वरळी में घरों की कीमतें 65,000 से 1 लाख रुपये प्रति वर्गफुट के बीच हैं — देश में सबसे महंगी रेंज में शामिल।
- पिछले तीन साल में बिके 20 से अधिक घरों की कीमत 100 करोड़ रुपये से ऊपर थी।
- वरळी में पिछले दो वर्षों में 69,000 करोड़ रुपये की इंफ्रास्ट्रक्चर और कंस्ट्रक्शन गतिविधियों ने इसकी मांग और दाम दोनों तेजी से बढ़ाए हैं।
- पूरे देश के सुपर-लक्ज़री घरों में से 40% सिर्फ वरळी में खरीदे गए, जो दिल्ली और बेंगलुरु से भी अधिक है।
- 2025 में वरळी में 5,008 नए घर बाजार में आए, जिनमें से 59% 3BHK थे। इनका औसत रेट 79,350 रुपये/वर्गफुट रहा, जबकि दक्षिण मुंबई का औसत 63,000 रुपये/वर्गफुट ही था।
वरळी बनाम साउथ मुंबई
अब तक पेडर रोड, फोर्ट, कुलाबा और मलबार हिल देश के सबसे महंगे इलाकों में गिने जाते थे, लेकिन सर्वे के अनुसार वरळी ने इन सभी को पीछे छोड़ दिया है।
दक्षिण मुंबई का हिस्सा होने के बावजूद, घरों की कीमतों और मांग के मामले में अब वरळी की पहचान अलग और मजबूत बन चुकी है।
