05 दिसंबर 2025 : private sector की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) में जारी परिचालन संकट आज (शुक्रवार, 5 दिसंबर 2025) और गहरा गया है। एयरलाइन ने दिल्ली सहित देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर 400 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी हैं, जिससे हजारों यात्रियों का सफर बुरी तरह प्रभावित हुआ है। यह लगातार दूसरी बड़ी घटना है; इससे पहले भी कंपनी को 500 से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ी थीं।
देशभर के एयरपोर्ट्स का हाल
इंडिगो के इस बड़े पैमाने पर ऑपरेशन रद्द करने का असर देश के मुख्य एयरपोर्ट्स पर साफ दिखाई दे रहा है।
| एयरपोर्ट | रद्द हुई उड़ानें (5 दिसंबर 2025) | विवरण |
| मुंबई | 104 (53 डिपार्चर + 51 अराइवल) | डिपार्चर और अराइवल दोनों बुरी तरह प्रभावित। |
| बेंगलुरु | 102 (50 डिपार्चर + 52 अराइवल) | अराइवल की तुलना में डिपार्चर भी लगभग समान रूप से प्रभावित। |
| हैदराबाद | 92 (49 डिपार्चर + 43 अराइवल) | दक्षिण भारत का यह प्रमुख केंद्र भी बड़े व्यवधान की चपेट में। |
| पुणे | 32 (16 डिपार्चर + 16 अराइवल) | 5 दिसंबर की रात 12 बजे से सुबह 8 बजे के बीच रद्द हुई। |
IndiGo कैंसिलेशन की मुख्य वजहें
इंडिगो द्वारा बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द किए जाने के पीछे मुख्य रूप से परिचालन और क्रू से संबंधित मुद्दे जिम्मेदार हैं। पुणे एयरपोर्ट के निदेशक द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, इस व्यवधान की तीन प्रमुख वजहें सामने आई हैं:
1. फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशंस (FDTL) की समस्या
- क्रू मेंबर्स के लिए निर्धारित उड़ान ड्यूटी समय सीमा (FDTL) का उल्लंघन न हो, इसके चलते कई उड़ानें प्रभावित हुईं।
- उदाहरण के लिए, नागपुर से पुणे आने वाली एक इंडिगो फ्लाइट को FDTL की वजह से पुणे पहुंचने के बजाय हैदराबाद डायवर्ट करना पड़ा। FDTL यह सुनिश्चित करता है कि पायलट और कैबिन क्रू पर्याप्त आराम करें, लेकिन क्रू की कमी या ड्यूटी शेड्यूलिंग में गड़बड़ी के कारण यह समस्या बड़े पैमाने पर उत्पन्न हुई।
2. ऑपरेटिंग क्रू की उपलब्धता में कमी
- कई इंडिगो विमान एयरपोर्ट के पार्किंग-बे में लंबे समय तक खड़े रहे क्योंकि उनके लिए उड़ान भरने हेतु ऑपरेटिंग क्रू (पायलट और कैबिन क्रू) उपलब्ध नहीं था।
- यह क्रू की शेड्यूलिंग में गंभीर चूक या अपर्याप्त बैकअप की ओर इशारा करता है, जिसके कारण विमान समय पर उड़ान नहीं भर पाए।
3. पार्किंग-बे में भीड़भाड़ (Congestion)
- जब विमान क्रू के इंतजार में पार्किंग-बे में खड़े रहे, तो बे में भीड़भाड़ बढ़ गई।
- इससे पार्किंग-बे की उपलब्धता सीमित हो गई। परिणामस्वरूप, सिर्फ इंडिगो की ही नहीं, बल्कि अन्य एयरलाइंस की बाद की आगमन (Arrival) और प्रस्थान (Departure) उड़ानों में भी देरी हुई। यानी, इंडिगो के परिचालन संकट ने पूरे एयरपोर्ट की ट्रैफिक व्यवस्था को बाधित कर दिया।
