ठाणे 05 दिसंबर 2025 : “मतदाता सूची 10 दिसंबर तक प्रकाशित की जाएगी। 22 दिसंबर को वार्डनिहाय मतदाता सूची उपलब्ध कराई जाएगी। इसी वजह से आगामी महानगरपालिका चुनावों के मद्देनज़र 15 से 20 दिसंबर के बीच आचार संहिता लागू हो सकती है। साथ ही 15 से 20 जनवरी के बीच चुनाव भी हो सकते हैं,” ऐसा अनुमान परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने ठाणे में व्यक्त किया।
इससे राज्य में स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव किसी भी समय घोषित होने की संभावना बढ़ गई है। बीएमसी चुनाव और अन्य महापालिका चुनावों को लेकर उत्सुकता चरम पर है।
शिवसेना हमेशा जनता के बीच — सरनाईक
प्रताप सरनाईक के ओवळा–माजिवडा विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों के भूमिपूजन और लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। इसी दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की।
उन्होंने कहा, “निवडणुकीच्या अनुषंगाने शिवसेना विकासकामे करत नाही. आम्ही वर्षभर, 365 दिवस सामान्य जनतेत असतो. 24 घंटे जनता के बीच रहकर काम करते हैं। इसलिए चुनाव कभी भी हों, हमारे शिवसैनिक हमेशा तैयार रहते हैं।”
ठाणे में कई प्रकल्पों का लोकार्पण
पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा दिए गए फंड से ठाणे के विभिन्न इलाकों में जलतरण तलाव (स्विमिंग पूल), समाज भवन, स्मशानभूमि आदि का लोकार्पण किया गया।
घोड़बंदर रोड पर आनंदनगर में नए बने दो स्विमिंग पूल —
- डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
- ज्येष्ठ निरूपणकार आप्पासाहेब धर्माधिकारी
का उद्घाटन किया गया।
इसके साथ ही फुटबॉल टर्फ का भी लोकार्पण संपन्न हुआ।
महापालिका में चुनावी हलचल तेज
महापालिका चुनाव जल्द घोषित होने की संभावना को देखते हुए स्थानीय निकायों में गतिविधियाँ तेज हो गई हैं।
पुणे महापालिका आयुक्त ने गुरुवार को सभी विभाग प्रमुखों की बैठक लेकर:
- जारी विकास कार्य
- स्वीकृत विषय
- टेंडर प्रक्रिया
- कार्यादेशों की स्थिति
का विस्तृत आकलन किया।
साथ ही, पूर्ण हो चुके प्रकल्पों के उद्घाटन भी जल्द शुरू होने की संभावना है।
SC की समयसीमा: 31 जनवरी 2026 तक पूरी करनी होंगी सभी स्थानीय चुनाव प्रक्रियाएँ
राज्य में स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव लंबे समय से लंबित हैं।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार इन चुनावों की पूरी प्रक्रिया 31 जनवरी 2026 तक पूर्ण करना अनिवार्य है।
वर्तमान में:
- नगर परिषद और नगर पंचायती के चुनाव आयोजित किए जा रहे हैं।
- इसके बाद जिला परिषद और पंचायत समितियों के चुनाव होंगे।
- फिर महापालिका चुनाव होने की संभावना बताई जा रही थी।
लेकिन अब चर्चा है कि पहले महापालिका चुनाव और उसके बाद जिला परिषद–पंचायत चुनाव हो सकते हैं।
इसी बीच, राज्य चुनाव आयोग ने गुरुवार को सभी महापालिकाओं के आयुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की, जिससे इस चर्चा को और बल मिला है।
