UP Desk 26 नवंबर 2025 : बॉलीवुड के ही मैन और दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र का 24 नवंबर 2025 को निधन हो गया। वह 89 साल के थे। 1935 में जन्मे धर्मेंद्र ने 1958 में टैलेंट हंट जीतकर बॉलीवुड में कदम रखा था। अपने लंबे करियर में उन्होंने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया। एक्टर ने पॉलिटिक्स में भी अपना हाथ आजमाया और 2004 में बीकानेर से सांसद चुने गए। धर्मेंद्र को उनके शानदार योगदान के लिए 2012 में पद्म भूषण, 1997 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड और कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। इसके बावजूद, उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के बिना किया गया।
राजकीय सम्मान से वंचित क्यों रहे धर्मेंद्र?
दरअसल, राजकीय सम्मान के लिए परिवार की ओर से प्रशासन को समय पर सूचना देनी होती है। साथ ही रिक्वेस्ट लेटर में मृतक की उपलब्धियों, पुरस्कार और सार्वजनिक सेवा का विवरण शामिल करना पड़ता है। परिवार की सहमति, डेथ सर्टिफिकेट और पहचान पत्र जैसे दस्तावेज़ों के बाद प्रशासन मृतक की उपलब्धियों को देखकर राजकीय सम्मान की मंजूरी देता है। मंजूरी मिलने पर सरकारी ऑफिसर्स की उपस्थिति में सलामी और गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है।
देओल परिवार ने समय पर नहीं दी सूचना
सूत्रों के अनुसार, धर्मेंद्र के निधन की जानकारी प्रशासन को तुरंत नहीं मिली। एक्टर के परिवार ने इस दिशा में कोई पहल नहीं की। अंतिम संस्कार की खबर मीडिया और इंडस्ट्री को तब मिली, जब उनका पार्थिव शरीर श्मशान घाट ले जाया जा रहा था। अचानक खबर मिलने के बाद सलमान खान, अमिताभ बच्चन और आमिर खान जैसे दिग्गज कलाकार श्मशान घाट पहुंचे। शाहरुख खान अंत में पहुंचे, जब अंतिम संस्कार पूरा हो चुका था।
अंतिम संस्कार इतनी जल्दी क्यों किया गया?
सबसे बड़ा सवाल यह कि धर्मेंद्र का अंतिम संस्कार इतनी जल्दी क्यों किया गया? सूत्रों के मुताबिक, इसकी दो बड़ी वजहें सामने आई हैं। पहली वजह ये है कि धर्मेंद्र की पहले से ही इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार सरल और पारिवारिक माहौल में हो। एक्टर नहीं चाहते थे कि उनकी विदाई कोई इवेंट बने। दूसरी बड़ी वजह ये है कि उनके निधन की खबर फैलते ही घर के बाहर भीड़ बढ़ने लगी थी। अगर पहले से निधन की जानकारी दे दी जाती तो निकलना मुश्किल हो जाता। सुरक्षा और गोपनीयता बनाए रखने के लिए भी परिवार ने ये कदम उठाया था।
