23 नवंबर 2025 : बीड जिले में नार्को टेस्ट को लेकर चर्चा चल रही है। इस पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाळ ने कहा कि किसी का भी नार्को टेस्ट हो या न हो, लेकिन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नार्को टेस्ट जरूर होना चाहिए। उनका आरोप था कि जातियों में फूट डालने वाले फडणवीस का नार्को टेस्ट हो जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी।
सपकाळ ने कहा, “छह महीने पहले मैं बीड जिले में आया था और यहां से सद्भावना यात्रा निकाली थी। अब मैं फिर आया हूँ। यहां के जातीयवाद को मिटाना जरूरी है।”
उन्होंने कहा कि राज्य में मराठा–ओबीसी, वीजेएनटी–आदिवासी जैसे वर्गों में विवाद खड़े करने का काम मुख्यमंत्री फडणवीस कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि फडणवीस बीड जिले के कई नेताओं को अपने प्रभाव में रखते हैं। इसलिए ऐसे जातीय राजनीति करने वालों का विरोध करना चाहिए।
उन्होंने सभी धर्मों का सम्मान करते हुए आगे बढ़ने की बात कही और कांग्रेस के नगराध्यक्ष व नगरसेवक पद के अधिकृत उम्मीदवारों को विजयी बनाने की अपील की।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री अशोक पाटिल, जिलाध्यक्ष राहुल सोनवणे, प्रदेश सचिव आदित्य पाटिल, पूर्व शहराध्यक्ष बहादूर भाई, तालुकाध्यक्ष प्रकाश देशमुख, प्रकाश मुंडे तथा कांग्रेस के स्थानीय नेता, पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सपकाळ के बयान का विरोध
परभणी: नगरपालिका चुनाव प्रचार के दौरान सेलू में हुई सभा में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाळ द्वारा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के संदर्भ में किए गए बयान का सेलू भारतीय जनता पार्टी की ओर से कड़ा विरोध किया गया।
शनिवार, 22 नवंबर को जिंतूर नाका क्षेत्र में भाजपा ने तीव्र निषेध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर रोष व्यक्त किया और कहा कि सपकाळ की जुबान फिसलने से फडणवीस के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल अस्वीकार्य है।
इस विरोध आंदोलन में भाजपा तालुकाध्यक्ष गणेश काटकर के नेतृत्व में भाजपा के उम्मीदवारों और कई कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
