हरियाणा 20 नवंबर 2025 : भारत की मुक्केबाज मीनाक्षी हुड्डा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विश्व मुक्केबाजी कप के फाइनल में 48 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीत लिया। फाइनल मुकाबले में उन्होंने उज्बेकिस्तान की फोजिलोवा फरजोना को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से मात दी। मीनाक्षी ने शुरुआत से ही मुकाबले पर दबदबा बनाए रखा, जिसका फायदा उन्हें सर्वसम्मत निर्णय के रूप में मिला।
जीत के बाद मीनाक्षी ने कही दिल छूने वाली बात
मीनाक्षी ने कहा, “मैं इस टूर्नामेंट को लेकर बहुत उत्साहित थी क्योंकि यह भारत में हो रहा था। हमने सोचा था कि पूरी कोशिश करेंगे और देश का नाम रोशन करेंगे। मैंने सभी बाउट 5-0 से जीती। वर्ल्ड चैंपियन बनना आसान है, लेकिन उसे मेंटेन करना मुश्किल है। मुझे खुशी है कि मैं देश के लिए फिर से गोल्ड जीत सकी।” फोजिलोवा के खिलाफ भी मीनाक्षी ने दमदार खेल दिखाया और पूरे टूर्नामेंट में हर मुकाबला सर्वसम्मत निर्णय से जीता।
मीनाक्षी की बॉक्सिंग जर्नी
मीनाक्षी का जन्म 2 अगस्त 2001 को हरियाणा के रुड़की गांव में हुआ था। इसके बाद 12 साल की उम्र से ही उन्होंने स्थानीय बॉक्सिंग एकेडमी में ट्रेनिंग लेना शुरू किया। 2022 में उन्होंने एशियन चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था। इसके बाद लगातार उनका अच्छा प्रदर्शन जारी रहा और उन्होंने 2019 में यूथ नेशनल्स में गोल्ड मेडल और 2021 में सीनियर नेशनल्स में रजत पदक जीता था। इसके बाद शानदार प्रदर्शन के बाद ITBP में नौकरी मिली, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति सुधरी
प्रीति पवार ने भी जीता स्वर्ण
भारत की एक और मुक्केबाज प्रीति पवार ने भी कमाल करते हुए 54 किलोग्राम वर्ग में इटली की सिरीन चाराबी को 5-0 से हराया और स्वर्ण पदक अपने नाम किया। प्रीति ने कहा,“मैंने फिर से लय हासिल कर ली है। मैं और मजबूत हुई हूं और भविष्य में अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगी। मेरा अगला बड़ा लक्ष्य 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक है।”
भारत की दोहरी जीत
मीनाक्षी और प्रीति दोनों की जीत ने विश्व मुक्केबाजी कप में भारत का दमखम दिखा दिया है। शानदार प्रदर्शन ने भारतीय खेल जगत में एक नई ऊर्जा भर दी है।
