नाशिक 18 नवंबर 2025 : स्थानीय स्वराज संस्थाओं के चुनाव से ठीक पहले, येवला में उद्धव ठाकरे की शिवसेना को बड़ा झटका लगा है। शिवसेना के सह-संपर्क प्रमुख संभाजी पवार, जिन्होंने मंत्री छगन भुजबळ के खिलाफ दो बार चुनाव लड़ा था, अब अपने काका और पूर्व विधायक मारुती पवार के साथ अजित पवार गुट की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं।
राज्य में उद्धव ठाकरे की शिवसेना से लगातार नेताओं का पलायन जारी है। अब नाशिक के येवला में शिवसेना को बड़ा नुकसान हुआ है। पूर्व विधायक मारोतराव पवार और शिवसेना के सह-संपर्क प्रमुख संभाजी पवार ने पार्टी छोड़ दी है। मंत्री छगन भुजबळ के सुझाव पर दोनों नेता उपमुख्यमंत्री अजित पवार की मौजूदगी में मुंबई में पार्टी में शामिल होंगे। आज दोपहर मुंबई में उनके शामिल होने का कार्यक्रम होगा। संभाजी पवार के समर्थक सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ मुंबई के लिए रवाना हो गए हैं।
संभाजी पवार के साथ पूर्व विधायक मारोतराव पवार, युवा सेना के पूर्व उपजिला प्रमुख बापू गायकवाड, पंचायत समिति के पूर्व सभापति व आदिवासी नेता प्रवीण गायकवाड, कृषि उपज मंडी के पूर्व सभापति अरुण काळे, वर्तमान निदेशक कांतीलाल साळवे, खरीद-विक्रय संघ के पूर्व चेयरमैन दिलीपराव मेंगाळ, पंचायत समिति के पूर्व सभापति विठ्ठलराव आठशेरे, कृषि उपज मंडी के पूर्व निदेशक दीपक जगताप तथा कई प्रमुख पदाधिकारी, ग्राम पंचायत सरपंच और अन्य पदाधिकारी भी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) में शामिल होंगे।
इस बड़े राजनीतिक बदलाव से येवला में शिवसेना को जोरदार झटका लगा है। साथ ही स्थानीय राजनीति में भी इसका प्रभाव पड़ने की संभावना है। दूसरी ओर, येवला नगर परिषद में छगन भुजबळ को सत्ता से दूर रखने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन अब उद्धव ठाकरे के समर्थकों के जाने से यह फायदा सीधे अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस और अप्रत्यक्ष रूप से छगन भुजबळ को होगा, ऐसा राजनीतिक विश्लेषक कह रहे हैं।
