मुंबई, 12 नवंबर 2025 : मुंबई नगर निगम की आरक्षण सूची जारी होने के बाद कई पूर्व नगरसेवकों के वार्ड अब आरक्षित हो गए हैं। इससे उन्हें अपना पुराना वार्ड छोड़ना पड़ सकता है। कुछ नेता अब अन्य वार्डों से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं, तो कुछ अपने परिवार के सदस्यों को टिकट दिलाने की कोशिश में जुटे हैं। इसी बीच, शिवसेना (उद्धव बाळासाहेब ठाकरे) की युवा और तेजतर्रार नेत्री व पूर्व नगरसेविका तेजस्वी घोसालकर का वार्ड भी आरक्षित हो गया है, जिससे वे चुनाव लड़ने की पात्र नहीं रहीं। उनका वार्ड अब सामान्य महिला श्रेणी से हटाकर ओबीसी महिला आरक्षित कर दिया गया है। इसके बाद तेजस्वी घोसालकर ने इंस्टाग्राम के माध्यम से एक बड़ा फैसला साझा किया है।
गौरतलब है कि तेजस्वी घोसालकर के पति अभिषेक घोसालकर की पिछले वर्ष फेसबुक लाइव के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तेजस्वी, ठाकरे गुट के वरिष्ठ नेता विनोद घोसालकर की पुत्रवधू हैं। पहले उन्होंने संगठन के पदों से इस्तीफा देकर नाराजगी जताई थी और उनके दल बदल की चर्चाएँ भी तेज थीं। बाद में उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद उनकी नाराजगी दूर हो गई थी। लेकिन अब आरक्षण सूची ने उनके राजनीतिक सफर को नया झटका दिया है।
तेजस्वी घोसालकर की इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा गया —
“आगामी मुंबई महानगरपालिका चुनावों के लिए वार्ड आरक्षण की लॉटरी घोषित की गई है। मेरा वार्ड क्रमांक 1 अब ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिया गया है। चूंकि मैं इस वर्ग से नहीं हूं, इसलिए मैं यह चुनाव नहीं लड़ सकती। यह निर्णय मेरे लिए बेहद निराशाजनक है — सिर्फ इसलिए नहीं कि मैं चुनाव नहीं लड़ पाऊंगी, बल्कि इसलिए कि मैं अपने वार्ड और दहिसर विधानसभा क्षेत्र के लोगों की प्रतिनिधि के रूप में सेवा जारी नहीं रख सकूंगी।
यह फैसला मेरी सार्वजनिक सेवा की यात्रा को रोक नहीं सकता। अभिषेक के असमय निधन के बाद मुझे न केवल घोसालकर परिवार से बल्कि मेरे वार्ड, दहिसर और बोरीवली के हर नागरिक से अपार प्रेम और विश्वास मिला है। यह भरोसा और सेवा का रिश्ता हमेशा कायम रहेगा। आज, कल और आने वाले समय में, मैं अपने क्षेत्र के लोगों के लिए हमेशा उपलब्ध रहूंगी — चाहे उनकी व्यक्तिगत, सामाजिक या नागरिक समस्याएँ हों, मैं हर संभव मदद करूंगी, चाहे आधी रात ही क्यों न हो। यह सिर्फ एक वादा नहीं, बल्कि आप सबके प्रति मेरी दिल से की गई प्रतिबद्धता है।”
