बारामती 03 नवंबर 2025 : बारामती नगर परिषद के अध्यक्ष पद के लिए जबरदस्त राजनीतिक सरगर्मी शुरू हो गई है। यह पद सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित होने के कारण दावेदारों की भीड़ लग गई है। इसी बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) की ओर से उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे जय पवार का नाम संभावित उम्मीदवार के रूप में सामने आने से चर्चा तेज हो गई है। माना जा रहा है कि पार्टी में चल रहे अंदरूनी मतभेदों को खत्म करने के लिए जय पवार को मैदान में उतारा जा सकता है। हालांकि, अजित पवार इस पर क्या रुख अपनाते हैं, इस पर सभी की नजरें टिकी हैं।
दूसरी ओर, शरद पवार गुट की ओर से भी एक मजबूत उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे जाने की चर्चा है। इससे पहले ही बारामती में नगराध्यक्ष पद को लेकर चुनावी माहौल गरमा गया है।
जानकारी के अनुसार, बारामती नगर परिषद के चुनाव नौ साल बाद हो रहे हैं। अजित पवार का अब तक बारामती नगर परिषद पर पूरा दबदबा रहा है, लेकिन एनसीपी के विभाजन के बाद कार्यकर्ताओं में बंटवारा हो गया है। इसलिए इस बार अजित पवार को ऐसा उम्मीदवार चुनना होगा जो जनता के बीच मजबूत पकड़ रखता हो। इसी कारण, जय पवार का नाम गंभीरता से विचाराधीन बताया जा रहा है।
अगर जय पवार को उम्मीदवार बनाया गया तो अन्य दावेदारों की संभावनाएं स्वतः खत्म हो जाएंगी। दिलचस्प बात यह है कि जय पवार का मत बारामती नगर परिषद क्षेत्र में है, जबकि उनके पिता अजित पवार और मां सुनेत्रा पवार का मतदान काटेवाड़ी (ग्रामीण) क्षेत्र में है। ऐसे में जय पवार को उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना और बढ़ गई है।
उधर, शरद पवार गुट में भी चर्चाएं हैं कि वे एक मजबूत और अनुभवी नेता को मैदान में उतार सकते हैं। हालांकि, पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस बार नए चेहरे को मौका देने पर भी विचार किया जा रहा है।
भाजपा की भूमिका भी अभी स्पष्ट नहीं है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा और अजित पवार की राष्ट्रवादी पार्टी महायुति के तहत साथ लड़ती है या अलग-अलग उम्मीदवार उतारती है।
धक्का पॉलिटिक्स की चर्चा:
मालेगांव सहकारी चीनी कारखाने के चुनाव में अजित पवार ने आखिरी वक्त पर खुद मैदान में उतरकर विपक्ष को मात दी थी और अध्यक्ष पद अपने नाम किया था। इसी तरह, अब यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि नगर परिषद चुनाव में भी अजित पवार आखिरी वक्त पर जय पवार की उम्मीदवारी घोषित कर ‘धक्का पॉलिटिक्स’ अपना सकते हैं।
