31 अक्टूबर 2025 : 31 अक्टूबर (शुक्रवार) को चांदी के दामों में भारी गिरावट दर्ज की गई। हाल के दिनों में सोने और चांदी दोनों के दामों में गिरावट बनी हुई है। बीते 15 दिनों में सोने की कीमत करीब 50,000 रुपये तक नीचे आई है, चांदी का भाव भी लगातार टूट रहा है। आज दिल्ली में 1 किलो चांदी की कीमत 1,51,000 रुपये दर्ज की गई, जबकि चेन्नई में यही भाव 1,65,000 रुपये प्रति किलो है।
इस तरह दोनों शहरों के बीच करीब 14,000 रुपये प्रति किलो का अंतर देखने को मिला है। देश के अन्य बड़े शहरों जैसे मुंबई, कोलकाता, अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ और गुरुग्राम में भी चांदी का रेट लगभग 1,51,000 रुपये प्रति किलो के आसपास बना हुआ है।
चांदी क्यों हो रही है सस्ती?
त्योहारों के दौरान गहनों और बर्तनों की भारी खरीदारी हुई थी। अब जब त्योहार खत्म हो चुके हैं, तो मांग में कमी आई है, जिससे चांदी और सोने दोनों के भाव कुछ नरम हुए हैं। साथ ही, अमेरिका और चीन के बीच चल रही सकारात्मक आर्थिक बातचीत ने भी वैश्विक बाजार को प्रभावित किया है। निवेशकों का ध्यान अब अन्य निवेश विकल्पों, जैसे शेयर मार्केट या बॉन्ड्स की ओर बढ़ रहा है। इसी वजह से फिलहाल कीमती धातुओं में निवेश अस्थायी रूप से धीमा हो गया है।
जानिए आज के प्रमुख शहरों में चांदी का भाव (31 अक्टूबर 2025)
दिल्ली – ₹1,51,000 (1Kg)
मुंबई – ₹1,51,000 (1Kg)
अहमदाबाद – ₹1,51,000 (1Kg)
चेन्नई – ₹1,65,000 (1Kg)
कोलकाता – ₹1,51,000 (1Kg)
गुरुग्राम – ₹1,51,000 (1Kg)
लखनऊ – ₹1,51,000 (1Kg)
बेंगलुरु – ₹1,51,000 (1Kg)
जयपुर – ₹1,51,000 (1Kg)
पटना – ₹1,51,000 (1Kg)
भुवनेश्वर – ₹1,51,000 (1Kg)
हैदराबाद – ₹1,65,000 (1Kg)
उद्योगों में बढ़ती मांग से फिर चढ़ सकते हैं दाम
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि मौजूदा गिरावट अस्थायी है। अब चांदी का इस्तेमाल केवल गहनों या बर्तनों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह मोबाइल फोन, कंप्यूटर चिप्स, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और सोलर पैनल जैसी आधुनिक तकनीकों में भी तेजी से इस्तेमाल की जा रही है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, ‘आज करीब 60-70% चांदी का उपयोग औद्योगिक क्षेत्रों में हो रहा है। ऐसे में आने वाले महीनों में इसकी मांग फिर से बढ़ेगी और कीमतों में उछाल देखने को मिल सकता है।’
निवेशकों के लिए क्या है सलाह?
वर्तमान में चांदी की कीमतें भले ही थोड़ी नरम हों, लेकिन लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह अच्छा मौका माना जा रहा है। अगर आने वाले महीनों में औद्योगिक और तकनीकी क्षेत्रों की मांग बढ़ी, तो चांदी के भाव फिर से ऊपर की ओर रुख कर सकते हैं। यानी, अभी खरीदारी करने वाले निवेशकों को आगे चलकर अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
