पुणे 23 अक्टूबर 2025 : मावळ तालुका की राजनीति में पिछले कई वर्षों से एक-दूसरे के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रहे राष्ट्रवादी के विधायक सुनील शेळके और बीजेपी नेता तथा पूर्व राज्यमंत्री बाला भेगड़े हाल ही में एक मंच पर साथ दिखाई दिए, जिससे नई चर्चाओं को जन्म मिला है। यह ऐतिहासिक मुलाकात तलेगाव नगरपरिषद की नई प्रशासनिक इमारत के उद्घाटन समारोह में हुई। कभी एक-दूसरे पर तीखी आलोचना करने वाले ये दोनों नेता इस कार्यक्रम में विकास के लिए सहयोग की इच्छा जताते नजर आए।
सुनील शेळके ने कहा, “मावळ के विकास के लिए सभी को एकजुट होने की जरूरत है। राजनीति अलग हो सकती है, लेकिन विकास के काम में हम सब एक टीम की तरह काम कर सकते हैं। बाला भेगड़े ने सिर्फ सहकार्य का हाथ बढ़ाया, तो मावळ का विकास तेज़ी से संभव होगा। मैंने मावळ के विकास के लिए राजनीति को पीछे रखकर हाथ आगे बढ़ाया है। यदि भेगड़े साहब ने वह हाथ थामा, तो हमारा तालुका राज्य में आदर्श बनेगा।”
सुनील शेळके के इस बयान का जवाब बाला भेगड़े ने भी उसी शैली में दिया। उन्होंने कहा, “मावळ तालुका की प्रगति के लिए हम हमेशा तैयार हैं। राजनीति में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन विकास के लिए एक साथ आना ही असली उद्देश्य होना चाहिए। यदि चुनाव शांतिपूर्वक और सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न हों, तो महिलाओं और कार्यकर्ताओं को नए अनुभव देने के लिए हम प्रयास करेंगे।”
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में भेगड़े ने महायुति की भूमिका के विपरीत जाकर सुनील शेळके के खिलाफ प्रचार किया था। अपक्ष उम्मीदवार बापू भेगड़े के प्रचार में बाला भेगड़े सक्रिय रूप से शामिल थे। इस कारण दोनों के बीच दूरियाँ बढ़ी थीं। अब उनके संवाद से यह तनाव कम होते दिखाई दे रहा है और मामा-भांजे के एक साथ आने की चर्चाएँ शुरू हो गई हैं।
इस मुलाकात के बाद मावळ की राजनीति में नया माहौल बनने की चर्चा हो रही है। ‘मामा-भांजे’ की यह जोड़ी फिर से एक साथ आने से कार्यकर्ताओं में उत्साह का वातावरण है और स्थानीय राजनीतिक समीकरण में बड़ा ट्विस्ट आने के संकेत मिल रहे हैं।
