22 अक्टूबर 2025: सुप्रीम कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ ‘ग्रीन पटाखों’ की बिक्री और इस्तेमाल की छूट मिलते ही दिल्ली के बाज़ारों में इस दिवाली पटाखों का रिकॉर्ड कारोबार हुआ। व्यापारियों ने न सिर्फ़ पिछले साल के मुकाबले भारी बिक्री दर्ज की, बल्कि कई व्यापारियों के पास तो दिवाली से एक दिन पहले ही स्टॉक खत्म हो गया था।
चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) के चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि इस त्योहारी सीज़न में पटाखों की जबरदस्त मांग थी। उन्होंने खुलासा किया कि दिवाली के मौके पर दिल्ली में पटाखों की कुल बिक्री लगभग 500 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।
40% ज्यादा बिके पटाखे-
सदर बाजार एसोसिएशन के अध्यक्ष परमजीत सिंह पम्मा के अनुसार व्यापारियों ने पिछले साल की तुलना में इस बार लगभग 40% ज़्यादा बिक्री दर्ज की है। डिमांड इतनी ज़्यादा थी कि दिवाली से एक दिन पहले ही अधिकांश व्यापारियों का स्टॉक खत्म हो गया। कई खरीदारों को मजबूरी में गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद, गाजियाबाद और सोनीपत जैसे एनसीआर (NCR) के शहरों का रुख करना पड़ा। पटाखों के साथ-साथ रोशनी और सजावटी सामानों की मांग में भी भारी उछाल देखा गया।
नियमों के उल्लंघन से बढ़ी चिंता-
सुप्रीम कोर्ट ने 15 अक्टूबर को ग्रीन पटाखों की बिक्री और फोड़ने की अनुमति दी थी, जिसका समय दिवाली से एक दिन पहले और दिवाली के दिन सिर्फ सुबह 6 से 7 बजे और रात 8 से 10 बजे तक सीमित था।
रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) ने नियमों के व्यापक उल्लंघन पर गंभीर चिंता जताई है। पूर्वी दिल्ली आरडब्ल्यूए संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष बी एस वोहरा ने कहा कि समय सीमा रात 10 बजे की थी, लेकिन कई इलाकों में देर रात 3 बजे तक पटाखे फोड़ना जारी रहा। इस वजह से वरिष्ठ नागरिकों और सांस की समस्याओं वाले मरीजों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
यूनाइटेड रेजिडेंट्स जॉइंट एक्शन (URJA) के अध्यक्ष अतुल गोयल ने अधिकारियों से अगले साल नियमों का और सख्ती से पालन सुनिश्चित करने की अपील की है, ताकि उत्सव का आनंद बना रहे और जन स्वास्थ्य की भी रक्षा हो सके।
