21 अक्टूबर 2025 : पुणे महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण (PMRDA) के रिंग रोड प्रोजेक्ट में अब भी देरी जारी है। पहले चरण के मार्ग में समस्याओं के कारण सड़क निर्माण में रुकावट आ रही है। सोलू से वडगाव शिंदे तक के 4.7 किलोमीटर लंबे पहले चरण के लिए जमीन अधिग्रहण अभी अधूरा है, खासकर वन और संरक्षण विभाग की जमीन का मुद्दा लंबित है। इससे रोज़मर्रा के नागरिकों को नगर सड़कों पर ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ रहा है।
रिंग रोड का मुख्य उद्देश्य भारी वाहन शहर में प्रवेश न करें और पुणे-पिंपरी-चिंचवड़ में ट्रैफिक जाम कम हो। यह प्रोजेक्ट 1997 में पुणे जिला प्रादेशिक योजना में प्रस्तावित हुआ था, लेकिन अभी तक मार्ग पूरी तरह शुरू नहीं हो पाया है।
प्रोजेक्ट की जानकारी:
- कुल लंबाई: 128 किलोमीटर
- पहले चरण का काम: सोलू से वडगाव शिंदे, 4.7 किलोमीटर
- कुल भूमि की आवश्यकता: 743.41 हेक्टेयर
- मार्ग से गुजरने वाले गांव: कुल 44 (खेड: 1, हवेली: 27, मुळशी: 10, मावळ: 6)
- बजट: 145.75 करोड़ रुपये
- निर्माण जिम्मेदारी: PMRDA 83 किमी, MSRDC 40 किमी, महापालिका 5.7 किमी
सोलू से निरगुडे और निरगुडे से वडगाव शिंदे तक का काम दो हिस्सों में किया गया है। वन विभाग की जमीन के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है, जबकि संरक्षण विभाग की जमीन अभी अधिग्रहित नहीं हुई है।
मावळ तालुका के परंदवडी से खेड तालुका के सोलू तक 40 किलोमीटर लंबा यह सड़क MSRDC द्वारा विकसित किया जाएगा। पहले चरण के पूरा होने के बाद, रिंग रोड के कारण नगर सड़कों पर ट्रैफिक कंजेशन में कमी आएगी।
