11 अक्टूबर 2025 सिंधुदुर्ग, प्रसाद रानडे: तळकोकण के सिंधुदुर्ग जिले में ठाकरे गुट के पूर्व विधायक राजन तेली ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में दसरे के मुहूर्त पर मुंबई के दसरा मेले में शिवसेना में प्रवेश किया। इसके बाद जिले में राजनीतिक वितृष्णा का माहौल समाप्त होने का संकेत मिला।
सावंतवाड़ी में शिवसेना के विधायक दीपक केसरकर और पूर्व विधायक राजन तेली के बीच आए मतभेद को शिवसेना के युवा नेता और विधायक निलेश राणे ने सुलझाते हुए उन्हें एक साथ लाया। ठाकरे गुट में रहते हुए राजन तेली ने नितेश राणे पर सिंधुदुर्ग जिला बैंक के मामले में टीका की थी। इस पर पत्रकारों के सवाल पर निलेश राणे ने कहा कि “अगर बैंक में कुछ गलत हुआ है, तो हम उसे दुरुस्त करेंगे” और इस तरह उन्होंने विवाद को समाप्त कर दिया।
सिंधुदुर्ग जिले के तीन बड़े नेताओं के एक साथ आने से अब ठाकरे गुट में पूर्व विधायक वैभव नाईक पर गढ़ को संभालने का समय आ गया है। इससे आगामी स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं की चुनावी समीकरणों में उत्सुकता बढ़ गई है। राजन तेली ने नितेश राणे पर पहले की गई टीका अब खारिज कर दी है और निलेश राणे ने इसे सुलझा दिया।
निलेश राणे ने आगामी राजनीति के संकेत देते हुए कहा कि “महायुति बनी तो ठीक, वरिष्ठ निर्णय लेंगे, लेकिन अगर युति नहीं हुई तो हम स्वतंत्र चुनाव लड़ेंगे।” उन्होंने ठाकरे गुट के कुछ अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अब केवल अधिकारी पर हमला करना और टीका करना उनके लिए पर्याप्त नहीं है।
राजन तेली की सिंधुदुर्ग जिला बैंक पर टीका शिवसेना में प्रवेश करने से पहले की थी। निलेश राणे ने कहा कि अब यह विषय महायुति में खत्म हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि “जो भी पार्टी में हो, उसी पार्टी की भूमिका निभाए, लेकिन कभी भी ताना नहीं मारा।”
राजन तेली ने पत्रकारों को बताया कि सिंधुदुर्ग जिला बैंक की अध्यक्षता उन्होंने भी की है और उन्हें बैंक का आदर है। उन्होंने कहा कि त्रुटियों की जानकारी वरिष्ठों को दी गई है और निर्णय वहीं लिया जाएगा।
इस पूरी प्रक्रिया को निलेश राणे ने एकनाथ शिंदे की ‘किमया’ बताया, जिससे जिले में राजनीतिक समीकरण अब स्पष्ट हो गए हैं।
