08 अक्टूबर 2025 : आज के समय में सोने की कीमनें इतनी बढ़ गई हैं कि आम आदमी अब सोने का नाम सुनते ही घबराने लगा है। जिसे कभी “सुरक्षित निवेश” कहा जाता था, वह अब लोगों की पहुंच से बाहर हो गया है। बुधवार को भारत में सोने की कीमत 1,22,220 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई, जिसे ऐतिहासिक ऊंचाई माना जा रहा है।
2050 तक सोने की कीमत कितनी बढ़ सकती है?
अगर आप आज 1,00,000 रुपए का सोना खरीदते हैं, तो 25 साल बाद (2050 तक) उसकी कीमत क्या होगी? वैसे, भविष्य में सोने की कीमत कई कारकों (मौद्रिक नीति, मुद्रास्फीति दर, वैश्विक आर्थिक स्थिति और मांग-आपूर्ति) पर निर्भर करती है, लेकिन हम एक अनुमान लगाने की कोशिश कर सकते हैं।
ऐतिहासिक रुझान
भारत में, हाल के वर्षों में सोने की कीमत लगभग 13.5 प्रतिशत प्रति वर्ष (CAGR) रही है। कुछ स्रोतों के अनुसार, 10-15 वर्षों में सोने का वार्षिक औसत रिटर्न लगभग 10-12 प्रतिशत रहा है। यानी अगर हम 10 से 15 प्रतिशत की वृद्धि दर जैसी मध्यम दर मान लें, तो एक अनुमान लगाना संभव है। अगर अगले 25 वर्षों तक सोने की कीमत औसतन 10 प्रतिशत की दर से बढ़ती रही, तो 1,00,000 सोने की कीमत 2050 तक लगभग 11-12 लाख रुपए हो सकती है। अगर वृद्धि दर 8 प्रतिशत रही, तो यह कीमत लगभग 7 लाख रुपए तक पहुंच सकती है और अगर 12 प्रतिशत रही, तो यह 15 लाख रुपए से ऊपर पहुंच सकती है।
ध्यान रखने योग्य बातें
यह गणना मूल्य वृद्धि पर आधारित है, इसमें अतिरिक्त कर, खर्च, बीमा, भंडारण आदि शामिल नहीं हैं। यदि सोना आभूषण है, तो उसे बेचने पर ‘मेकिंग चार्ज’ या कमीशन आदि में कटौती की जा सकती है। कर-नियामक परिवर्तन, अंतर्राष्ट्रीय बाजार, मुद्रा दरों में परिवर्तन, ये सभी मूल्य को प्रभावित करेंगे। यदि आप ‘गोल्ड-डिपॉजिट-अकाउंट’, गोल्ड बॉन्ड (सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड) आदि में निवेश करते हैं, तो वे अलग-अलग रिटर्न देंगे।
