जालंधर 01 अक्टूबर 2025 : शहरवासियों के लिए बेहद ही खास खबर सामने आई है। दरअसल, 3 से 5 साल पुरानी 85 कॉलोनियों को सीवर-पानी के बिल आने शुरू हो जाएंगे, जिससे लोगों कहीं न कहीं फायदा ही होगा। जानकारी के मुताबिक, नगर निगम जालंधर में 85 कॉलोनियों को रैगुलर करने की तैयारी में है। ऐसे में लोगों को काफी फायदा भी होगा। क्योंकि जिन कॉलोनियों में पानी के लाइने नहीं बिछी हैं वहां पर बिछाई जाएंगी। लोगों की काफी परेशानियां भी दूर हो जाएंगी।
नगर निगम ने पहले 5 कॉलोनियों के एमसी कोड खोलकर 500 से ज्यादा कनेक्शन रेगुलर कर दिए हैं, जिनमें रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी से 3 हजार और कॉमर्शियल प्रॉपर्टी से 6 हजार रुपए फीस वसूली जा रही है। बता दें जब निगम हद में कॉलोनाइजर कॉलोनी विकसित करता है तो कॉलोनी में सीवर-पानी के कनेक्शन देता है। 3 से 5 साल पुरानी कॉलोनियों को लोगों ने कनेक्शन ले लिए लेकिन इन्हें रैगुलर नहीं किया गया। कॉलोनियों को रैगुलर ने किए जाने पर ये निगम के पोर्टल पर भी नहीं है। इस कारण निगम इनके बिलों का वितरण भी नहीं कर पाता, जिस कारण इसका सीधा असर नगर निगम के राजस्व पर पड़ता है।
इन कॉलोनी के खुलेंगे कोड
जालंधर एनक्लेव, रेजिडेंसी विहार, ग्रीन मॉल, साधू सिंह कॉलोनी, कुलवंत कॉलोनी, न्यू कमल विहार, सैनिक विहार एक्सटेंशन, मेहर एनक्लेव, पंजाब एवेन्यू, आर्किड कॉलोनी, हैप्पी कॉलोनी, किंग कॉलोनी, न्यू अरोड़ा कॉलोनी, सुदामा विहार एक्सटेंशन, न्यू लाइट कॉलोनी, ऊधम सिंह नगर, गुरु नानक एवेन्यू, मुबारकपुर शेखे, रेड रोज कॉलोनी, पंजाबी बाग, रोज एनक्लेव, बसंत हिल, सनशाइन वैली, तरन एनक्लेव, पार्क एवेन्यू, सिद्धू एनक्लेव, न्यू यूनिवर्सल कॉलोनी, पवार नगर, विशाल गार्डन, गुलमोहर ग्रीन, दीप कॉलोनी, अरोड़ा कॉलोनी,बचिंत नगर एक्सटेंशन, गुरमोहर सिटी निवर मेन रोड, स्टार पैराडाइज एक्सटेंशन, हरगोबिंद नगर, धोगड़ी रोड, सागर कॉलोनी, अमन विहार, वीनस कॉलोनी व अन्य शामिल हैं।
नगर निगम ने कॉलोनियों के एमसी कोड खोलने का काम शुरू कर दिया और इन कॉलोनियों से सीवर-पानी के बिल वसूला जाएगा। इन कॉलोनियों में सबसे पहले झांसी कॉलोनी, दीप कॉलोनी, तरन एनक्लेव और पंजाबी बाग के कोड खोल दिए हैं, जिनके कनेक्शन रैगुलर करनेका काम भी शुरू कर दिया गया है। इसके बाद 84 और कॉलोनियों के एमसी कोड खोले जाएंगे। इसके बाद ये कॉलोनियों निगम पोर्टल पर आ जाएंगी। कॉलोनियों के पोर्टल पर आने के बाद नगर निगम हर 3 महीने में सीवर-पानी के बिल वसूलेगा।
