जालंधर 27 सितंबर 2025: अगर आप जालंधर रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस के अधीन ऑटोमेटिड ड्राइविंग टैस्ट सैंटर पर ड्राइविंग लाइसैंस बनवाने की सोच रहे हैं तो घंटों पसीना बहाने और लापरवाह सिस्टम के आगे परेशान होने के लिए तैयार रहिए।
यहां की व्यवस्थाएं दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही हैं और अधिकारियों की ढीली निगरानी के चलते जनता का सब्र टूटने लगा है। आज सैंटर का नजारा किसी अफसरशाही की हकीकत बयान करने के लिए काफी था। सैंटर पर लर्निंग लाइसेंस, ड्राइविंग लाइसैंस, इंटरनैशनल लाइसैंस और डुप्लीकेट लाइसैंस बनवाने पहुंचे सैंकड़ों लोगों की लंबी कतार बाहर तक लगी रही। हाल यह रहा कि सेंटर के अंदर लोगों को सर्विस देने के लिए सिर्फ एक महिला कर्मचारी मौजूद थी। सोचिए आर.टी.ओ. ने पूरे ऑफिस का कामकाज एक ही कर्मचारी के भरोसे छोड़ दिया गया था।
एक कर्मचारी के होने के कारण काम खासा स्लो रहा, जिस कारण कतार इतनी लंबी थी कि लोग धूप में खड़े-खड़े हलकान हो गए। भीषण गर्मी में घंटों इंतजार करने के बावजूद उनकी बारी नहीं आई। बाहर खड़े लोगों का कहना था कि हम यहां लाइसैंस लेने आए है और या अपनी परीक्षा देने? यह जनता की सहनशीलता की खुली परीक्षा है।
Driving License बनवाना हुआ मुश्किल, छूटे लोगों के पसीने, हालात चिंताजनक
