मुंबई 26 सितंबर 2025 : मुंबई में भीड़ को कम करने के लिए रेलवे बोर्ड द्वारा मंजूर प्रस्ताव के अनुसार भारतीय रेलवे ने पहली बार रिंग रेल चलाने का निर्णय लिया है। यह विशेष ट्रेन गोमतीनगर से मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) के स्टेशनों तक जाएगी और वैकल्पिक मार्ग से वापस गोमतीनगर पहुंचेगी। पहली बार यह ट्रेन छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) या लोकमान्य तिलक टर्मिनस (LTT) तक नहीं जाएगी, बल्कि मुंबई के बाहरी स्टेशनों जैसे कल्याण और पनवेल से वापसी के लिए मार्गस्थ होगी।
मुंबई लोकल में हमेशा ज्यादा भीड़ रहती है। दिवाली और छठ पूजा के मौके पर नियमित ट्रेनों के साथ लगभग 1,200 विशेष ट्रेनें चलेंगी। इससे मुंबई के टर्मिनस पर भीड़ कम करने के लिए बाहरी स्टेशनों से ट्रेनों को रवाना किया जाएगा और वही से वापसी की ट्रेनें चलेंगी।
विशेष ट्रेन क्रमांक 05037 गोमतीनगर – पुणे – पनवेल – गोमतीनगर 27 सितंबर, 4 अक्टूबर, 11 अक्टूबर और 18 अक्टूबर को चलेगी। गोमतीनगर से यह ट्रेन कानपुर, झांसी, भोपाल, इटारसी, खंडवा, भुसावल, मनमाड, अहिल्यनगर, दौंड के रास्ते पुणे पहुंचेगी। इसके बाद चिंचवड और लोणावळा से होकर मुंबई महानगर के कर्जत, पनवेल, कल्याण में रुकेगी और नाशिक-इगतपुरी मार्ग से रवाना होगी।
उत्तर भारत से मुंबई आने वाली ट्रेनों के पास रिटर्न ब्रेक पावर सर्टिफिकेट होता है, जिससे ये 3,000 किलोमीटर से अधिक दूरी तय कर सकती हैं। हालांकि, ऐसी ट्रेनें मुंबई के LTT और CSMT प्लेटफॉर्म पर रुकती हैं, जिससे अन्य ट्रेनों को देरी होती है। विशेष ट्रेनें CSMT और LTT में रुकने के कारण लोकल ट्रेनों पर असर पड़ता है। रिंग रेल के कारण ट्रेनें सीधे मुंबई में प्रवेश किए बिना चलेंगी। CSMT और LTT आने वाले यात्रियों को कल्याण, पनवेल और कर्जत से लोकल का विकल्प मिलेगा, जिससे मुंबई उपनगरीय रेलवे मार्ग की भीड़ कम होगी और लोकल समय की पाबंदी में सुधार होगा, रेलवे अधिकारियों ने बताया।
लोकल के समय के लिए:
दिवाली और छठ पूजा जैसे त्योहारों में अधिक ट्रेनों की आवश्यकता होती है। रिंग रेल से न केवल मुंबई के टर्मिनस को, बल्कि देश के सबसे व्यस्त रेलवे टर्मिनस को भी फायदा होगा। मुंबई में प्रतिदिन 1,810 लोकल ट्रेनें चलती हैं। यदि यह प्रयोग सफल होता है तो भविष्य में सभी विशेष ट्रेनों को मुंबई के बाहर रखा जा सकेगा। इससे मुंबई लोकल समय पर चलाने में मदद मिलेगी और यह समयबद्ध संचालन की दिशा में एक बड़ा कदम होगा, वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों ने बताया।
