जालंधर 21 सितंबर 2025 : बिजली चोरी रोकने के संबंध में पावरकॉम जालंधर सर्कल द्वारा चलाए गए अभियान के दौरान सीधी बिजली चोरी के 12 केस पकड़े गए और संबंधित उपभोक्ताओं को 12.80 लाख जुर्माना किया गया। अधिकारियों ने बताया कि सीधी चोरी के साथ-साथ बिजली के गलत इस्तेमाल व घरेलू का कर्मिशयल प्रयोग करने को लेकर कुल 24 केस सामने आए हैं जिनमें कुल 13.50 लाख जुर्माना किया गया है।
चीफ इंजीनियर देसराज बांगर के दिशा निर्देशों पर डिप्टी चीफ इंजीनियर व सर्कल हैड गुलशन चुटानी द्वारा जालंधर सर्कल की पांचों डिवीजनों को चैकिंग की हिदायतें जारी की गई। इस संबंध में आज कुल 28 टीमों का गठन करते हुए विभिन्न इलाकों में दबिश दी गई। इंजी. गुलशन चुटानी ने बताया कि एक्सियनों, एस.डी.ओ., ए.जे.ई. व जे.ई. की अध्यक्षता में टीमों को चैकिंग के लिए फील्ड में भेजा गया, जिसके चलते विभाग ने 24 केस पकड़ने में सफलता हांसिल की है।
इसी क्रम में माडल टाउन डिवीजन ने जुर्माना करने के मामले में फिर से बाजी मारी है। एक्सियन इंजी. जसपाल सिंह पाल की अध्यक्षता में माडल टाऊन डिवीजन के अन्तर्गत 314 कनैक्शनों की जांच की गई और बिजली चोरी के 8 केस पकड़े गए, उक्त उपभोक्ताओं को 9.49 लाख रुपए जुर्माना किया गया है।
सबसे अधिक 534 कनैक्शनों की चैकिंग वैस्ट डिवीजन के अन्तर्गत हुई। एक्सियन सन्नी भांगरा की अध्यक्षता में उक्त डिवीजन द्वारा 1 केस पकड़ गया और 5 हजार रुपए जुर्माना किया गया। ईस्ट डिवीजन के अन्तर्गत 280 कनैक्शनों की जांच करवाई गई। एक्सियन जसपाल सिंह के अधिकार क्षेत्र में बिजली चोरी के 2 जबकि गलत इस्तेमाल का 1 केस पकड़ा गया और इन उपभोक्ताओं 2 लाख रुपए जुर्माना किया गया।
कैंट डिवीजन के एक्सियन अवतार सिंह ने 275 कनैक्शनों की जांच करवाते हुए 6 उपभोक्ताओं को 1.39 लाख रुपए जुर्माना किया। जालंधर सर्कल के अन्तर्गत आती फगवाड़ा के एक्सियन हरदीप कुमार द्वारा 237 कनैक्शनों की चैकिंग में सीधी चोरी का 1 केस पकड़ते हुए 57 हजार रुपए जुर्माना किया गया।
खपत छुपाने वाले उपभोक्ताओं के कारण बढ़ रहे फाल्ट: इंजी. चुटानी
वहीं, इस दौरान बिजली के गलत इस्तेमाल, कम लोड पर अधिक बिजली चलाना, घरेलू का कर्मिशयल प्रयोग संबंधी केसों में उपभोक्ताओं को तुरंत प्रभाव से नियमों को पूरा करने की हिदायतें दी गई है। इंजी. गुलशन चुटानी ने बताया कि कम लोड में अधिक लोड का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ता दूसरो के लिए भी परेशानी का कारण बनते हैं। इससे इलाके में होने वाली बिजली की सही खपत का पता नहीं चल पाता और ट्रांसफार्मर व लाइनें ओवरलोड हो जाती है, जिससे बिजली के फाल्ट बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि सभी उपभोक्ता तुरंत प्रभाव से अपने लोड का सही आंकलन करें, अन्यथा विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई करते हुए मोटा जुर्माना किया जाएगा।
