13 सितंबर 2025: भारत और पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को दुबई में एशिया कप का मुकाबला होना है, लेकिन इस क्रिकेट मैच को लेकर सियासी बयानबाजी जारी है. शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मैच पर कड़ा विरोध जताया है.
उनका कहना है कि आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख के बाद अब क्रिकेट मैच कराना सही नहीं है. उन्होंने सवाल किया कि जब प्रधानमंत्री मोदी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के संदर्भ में कड़ा संदेश दे चुके हैं तो BCCI को यह मैच कराने की अनुमति किसने दी.
प्रियंका चतुर्वेदी के आरोप
सांसद ने कहा, “मैंने संसद में यह मुद्दा उठाया था क्योंकि जब हम ऑपरेशन सिंदूर के तहत डेलिगेशन का हिस्सा बन कर अलग-अलग देशों में गए थे, तो हमसे कहा गया था कि ‘नौ ट्रेड विद टेवर’ है, ‘नौ टॉक विद टेरर’ है, पानी भी नहीं बहेगा जब तक ये लोग हमारे देश वासियों का खून बहाते रहेंगे.”
प्रियंका चतुर्वेदी ने याद दिलाया कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 जवानों की शहादत हुई थी और 26 महिलाएं विधवा हुई थीं. इस घटना के बाद ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ हुआ था और भारत ने पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया था. सांसद का कहना है कि तब तय किया गया था कि पाकिस्तान के साथ न तो व्यापार होगा और न ही बातचीत. उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में क्रिकेट मैच आयोजित करना उस संकल्प को तोड़ने जैसा है.
देश के लोगों की ओर से दब मैंने गृह मंत्री से भी इस मैच को रद्द कराने की अपील की, एशिया क्रिकेट काउंसिल हेड लगातार आसिम मुनीर का समर्थन किया है. एएनआई के अनुसार, उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के खिलाड़ी सोशल मीडिया पर भारत का मजाक उड़ाते हैं और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को नीचा दिखाते हैं. उन्होंने आपत्तिजनक फोटो लगाए शहीदों के परिवारों की, उसके बाद भी ये मैच खेला जा रहा है, मैंने लाख विनती की कि इसकी लाइव प्रसारण पर रोक लगनी चाहिए.”
देश की जनता से अपील
उन्होंने कहा, “मैं देश की जनता से अपील करती हूं कि हमें अभी देश के 26 परिवारों के साथ खड़े रहना है, और ये तय करना है कि जब पाकिस्तान आतंकवाद के जरिए खून बहाता रहेगा, जब तक पाकिस्तानी क्रिकेटर अपने आतंकवादियों का समर्थन करेंगे हमें उनके साथ क्रिकेट नहीं खेलना है.” उनका कहना है कि जब तक पाकिस्तान के खिलाड़ी आतंकियों का समर्थन बंद नहीं करते, तब तक भारत को उनके साथ मैच नहीं खेलना चाहिए.
