पुणे 03 सितंबर 2025 : महापालिका चुनावों के लिए हुई प्रभाग रचना को लेकर कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गुट) ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दोनों दलों का कहना है कि भाजपा ने प्रभाग रचना में हस्तक्षेप कर चुनाव आयोग के निर्देशों का उल्लंघन किया है और कई प्रभागों को तोड़-मरोड़ कर बनाया गया है। इसी कारण अब वे उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने वाले हैं।
कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार परिषद में शहराध्यक्ष अरविंद शिंदे और एनसीपी (शरद पवार गुट) के शहराध्यक्ष प्रशांत जगताप ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने अपने हित में प्रभागों की सीमाएं बदल दी हैं। उदाहरण के तौर पर, कुछ प्रभागों को नदी और महामार्ग पार कर जोड़ा गया है। वहीं, एक भाजपा नेता ने अपने क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग का आरक्षण न लगे, इसके लिए जानबूझकर पिछड़ी बस्तियों को अन्य प्रभागों में मिला दिया।
जगताप ने कहा कि कई प्रभागों में असमानता है—कहीं 70 हजार तो कहीं डेढ़ लाख मतदाता रखे गए हैं। कुछ प्रभागों में चार पुलिस थानों और चार विधानसभा क्षेत्रों की सीमाएं शामिल की गई हैं। छोटे मोहल्लों और सोसाइटियों का भी विभाजन कर दिया गया है। उनका कहना था कि इस तरह की रचना से न सिर्फ पिछड़े वर्गों के साथ अन्याय हुआ है, बल्कि भविष्य में विकास कार्यों में भी बाधा आएगी।
शिंदे ने स्पष्ट किया कि प्रशासकीय व्यवस्था में उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है, इसलिए 8 सितंबर से पहले वे उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल करेंगे।
पूर्व विधायक दीप्ती चव्हाण, विधायक बापू पठारे और अन्य नेताओं ने भी आरोप लगाया कि यह प्रभाग रचना पूरी तरह नियमबाह्य है और जनता चुनाव में इसका जवाब देगी।
इस बीच, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) ने अभी अपनी आधिकारिक भूमिका तय नहीं की है, लेकिन संभावना है कि वे भी इस प्रभाग रचना के खिलाफ आपत्ति दर्ज करेंगे।
