1 अगस्त 2025 : पुणे के हिंजवडी गांव में उपमुख्यमंत्री अजित पवार के दौरे के दौरान सरपंच गणेश जांभुळकर और अन्य गांव प्रतिनिधियों के साथ हुई तनातनी अब तूल पकड़ रही है। दौरे के दौरान अजित पवार का सरपंचों पर गुस्सा करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, लेकिन अब सरपंचों ने खुद सामने आकर अपनी बात रखी है और पवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
क्या कहा सरपंच गणेश जांभुळकर ने?
गणेश जांभुळकर ने स्पष्ट रूप से कहा कि हिंजवडी, माण और आसपास के सात गांव मिलाकर एक स्वतंत्र नगरपालिका बनाई जाए। उनका कहना था कि पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका में शामिल होने की कोई जरूरत नहीं, क्योंकि वहां अब भी बुनियादी सुविधाओं की कमी है। सरपंच ने यह भी आरोप लगाया कि अजित पवार आईटी कंपनियों की बात शांति से सुनते हैं लेकिन गांव के लोगों की बात को अनसुना कर देते हैं।
उन्होंने कहा,
“हम ग्रामपंचायत के तौर पर खुद सक्षम हैं। पहली मीटिंग में हमें बुलाया ही नहीं गया, ना कोई पत्र मिला। हम शाम 5:30 बजे से बैठकर इंतज़ार कर रहे थे। लेकिन जब हमारी बारी आई, तो हमें गप्प बैठने को कहा गया। दादा सिर्फ आईटी वालों की सुनते हैं, गांववालों की नहीं।”
अजित पवार ने क्या कहा था?
अजित पवार ने जवाब में कहा,
“आपको जो कहना है कहो, मैं सुन लूंगा, लेकिन करना वही है जो ज़रूरी है। मेरे महाराष्ट्र और पुणे से आईटी कंपनियां हैदराबाद और बेंगलुरु जा रही हैं। तुम लोगों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।”
इस पूरे मामले से ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ गई है, और अब मांग तेज हो रही है कि हिंजवडी क्षेत्र को स्वतंत्र नगरपालिका का दर्जा दिया जाए ताकि विकास कार्यों पर स्थानीय लोगों का नियंत्रण हो।
