पुणे 29 जुलाई 2025 : महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। राज्य के मंत्रिमंडल में बदलाव की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और शिवसेना के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री तानाजी सावंत की एक गोपनीय मुलाकात सुर्खियों में है।
तीनों सत्ताधारी दलों—भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस—के कुछ मंत्रियों पर विपक्ष ने गंभीर आरोप लगाए हैं। इनमें गिरीश महाजन (भाजपा), माणिकराव कोकाटे (एनसीपी), और संजय शिरसाट (शिवसेना) जैसे नाम शामिल हैं। ऐसे में मंत्रिमंडल से कुछ मंत्रियों की छुट्टी तय मानी जा रही है।
इसी पृष्ठभूमि में पुणे दौरे पर आए डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने पूर्व मंत्री तानाजी सावंत से उनके घर जाकर मुलाकात की। यह मुलाकात उनके स्वास्थ्य का हालचाल जानने के बहाने हुई, क्योंकि हाल ही में सावंत की एंजियोप्लास्टी हुई थी। लेकिन सबसे बड़ी चर्चा इस बात को लेकर है कि यह मुलाकात बंद कमरे में करीब एक घंटे तक चली और उसमें सिर्फ शिंदे और सावंत ही शामिल थे।
क्यों अहम है यह मुलाकात?
तानाजी सावंत को नए मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली थी, जिससे वे नाराज बताए जा रहे थे। यहां तक कि उन्होंने नए सरकार के पहले ही सत्र में नागपुर छोड़कर धाराशिव की राह पकड़ ली थी। तब से वे पार्टी के किसी भी बड़े कार्यक्रम में भी नजर नहीं आए।
अब जब शिवसेना के संजय शिरसाट एक वायरल वीडियो के कारण विवादों में हैं और उनकी कैबिनेट से छुट्टी की अटकलें तेज हैं, ऐसे में तानाजी सावंत की शिंदे से यह मुलाकात “वाइल्ड कार्ड एंट्री” की संभावना को बल देती है।
हालांकि, इसे एक “सामाजिक शिष्टाचार” की मुलाकात बताया जा रहा है, लेकिन एक घंटे की बंद कमरे की चर्चा ने राजनीतिक अटकलों को हवा दे दी है।
मुख्य बिंदु:
- तानाजी सावंत को मंत्रिमंडल से बाहर रखने से थे नाराज
- शिंदे ने उनके घर जाकर की एक घंटे तक गोपनीय चर्चा
- संजय शिरसाट पर संकट, सावंत की वापसी की चर्चा तेज
- कैबिनेट फेरबदल की संभावनाएं प्रबल
