17 जुलाई 2025 : नाशिक के कॉलेज रोड क्षेत्र में बुधवार दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां 28 वर्षीय युवक योगेश (निवासी पाथर्डी फाटा) ने आत्महत्या की कोशिश की। युवक एक व्यावसायिक इमारत की पांचवीं मंजिल पर फर्नीचर का काम कर रहा था, तभी अचानक वह छत पर चढ़ गया और कूदने की धमकी देने लगा।
सूचना मिलते ही गंगापूर पुलिस और अग्निशमन दल की टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने नीचे जाली तानकर और बातचीत के माध्यम से युवक को एक घंटे की मशक्कत के बाद सुरक्षित बचा लिया। पुलिस को संदेह है कि युवक मानसिक तनाव में था, जिसकी वजह से उसने यह कदम उठाया।
भीड़ की असंवेदनशीलता ने किया परेशान
इस घटना में सबसे दुखद पहलू था – वहां मौजूद लोगों का अमानवीय रवैया। युवक को बचाने की जगह, भीड़ रील बनाती रही, कुछ लोग हंसते और मजाक करते दिखे। कॉलेज के छात्रों और दुकानों के कर्मचारियों ने घटना को तमाशा समझ लिया। कुछ लोगों ने सहायता तो की, लेकिन वे भी हँसते हुए नजर आए।
एक और आत्महत्या:
इसी दिन कॅनडा कॉर्नर इलाके में स्थित एक प्राइवेट होस्टल में 16 वर्षीय ज्ञानेश्वरी संजय क्षीरसागर, जो श्रीरामपुर (जि. अहिल्यानगर) की रहने वाली थी और NEET की तैयारी कर रही थी, ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। माना जा रहा है कि वह पढ़ाई के तनाव में थी। पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
निष्कर्ष:
इन दोनों घटनाओं ने दिखा दिया कि आज के समाज में मानसिक स्वास्थ्य और लोगों की संवेदनशीलता दोनों ही संकट में हैं। एक ओर युवा तनाव का शिकार हो रहे हैं, तो दूसरी ओर समाज उनकी मदद करने के बजाय केवल देखता, हंसता और वीडियो बनाता है।
अगर आप चाहें, तो मैं इस विषय पर एक संवेदनशील अपील, सोशल मीडिया पोस्ट, या रिपोर्ट भी तैयार कर सकती हूं
