18 जून 2025 : सूर्य भगवान के उपासक, महान तपस्वी, संत बाबा श्री रामगिर जी महाराज, जिन्होंने अपने जीवन के अंतिम समय में भविष्यवाणी करते हुए आज से लगभग 75 वर्ष पूर्व गांव पन्नीवाला रूलदु के खेतों में अपने तप स्थान पर सैंकडों ग्रामीणों के बीच जिंदा समाधि लेकर वह ज्याति ज्योत समा गए। उन द्वारा अपने जीवन काल में की गई कठोर तपस्या एवं समय-समय पर अपने मुखारबिंद से की गई भविष्यवाणियां सदैव सत्य हुआ करती थी। संतों के जीवन पर सेवादार सुरेंद्र सिंगला द्वारा लिखी गई जीवन गाथा का प्रकाशन किया गया है। जोकि समय-समय पर भक्तजनों ,जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों को सप्रेम भेंट की जा रही हैं। क्योंकि उनकी जीवन गाथा का अध्ययन करने से संतों द्वारा की गई तपस्या एवं उनके समाध स्थल पन्नीवाला रूलदु के बारे में जानकारी प्राप्त होती है। संत बाबा श्री रामगिर जी महाराज समाध सेवा समिति के प्रतिनिधि सुरेंद्र सिंगला एवं लाभ सिंह द्वारा डबवाली की पुलिस अधीक्षक निकिता खट्टर को जीवन गाथा की प्रति सौंपी गई।
संस्था के अध्यक्ष सौरभ गर्ग, चेयरमैन कृष्ण मैहता ने बताया कि विख्यात उद्योगपति एवं हिसार से विधायक सावित्री जिंदल, न्यायमूर्ति एएन जिंदल, लुधियाना के उपायुक्त हिमांशु जैन आईएएस, फतेहगढ़ साहिब के वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक शुभम अग्रवाल, उत्तरी भारत के विख्यात मिष्ठान व्यापारी विपिन जैन, सुजाता कंपनी के मालिक अखिल अग्रवाल सहित अनकों जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों एवं श्रद्धालुओं में यह जीवन गाथा वितरित की जा चुकी है
एसपी निकिता खट्टर को भेंट की गई संतों की जीवन गाथा डबवाली
