सोलन 10 जून 2025 : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रदेश की समृद्ध संस्कृति के प्रतीक मेलों एवं उत्सवों के वास्तविक स्वरूप को बनाए रखने के लिए प्रदेश सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। डॉ. शांडिल आज सोलन ज़िला के चायल में तीन दिवसीय बाबा सिद्ध मेला के दूसरे दिन के समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
डॉ. शांडिल ने सभी को मेले की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मेले हमारी समृद्ध संस्कृति के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति इन मेलों, त्यौहारों एवं उत्सवों के माध्यम से एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक विरासत की इतनी सरल एवं सहज जानकारी मेलों के माध्यम से आसानी से प्राप्त होती है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि अपनी संस्कृति को न केवल बचा कर रखें अपितु इसके माध्यम से रोज़गार व स्वरोज़गार के साधन सृजित करने में सहभागी बनें।
उन्होंने कहा कि मेला सिद्ध बाबा चायल को ज़िला स्तरीय मेले का दर्ज़ा दिलवाने के लिए उचित स्तर पर प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि चायल को देश-विदेश में अपने प्राकृतिक सौंदर्य, विश्व के सबसे ऊचें क्रिकेट मैदान और पुष्प उत्पादन के लिए जाना जाता है। प्रदेश सरकार इस क्षेत्र को धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का विकास जहां रोज़गार एवं स्वरोज़गार के नए अवसर सृजित करेगा वहीं इससे ग्रामीणों की आर्थिकी में सकारात्मक परिवर्तन आएगा।
डॉ. शांडिल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जन-जन को लाभान्वित करने के लिए नवीन योजनाएं कार्यान्वित कर रही है। उन्होंने कहा कि उठाऊ सिंचाई योजना सकोड़ी का निर्माण शीघ्र ही पूरा हो जाएगा जिससे किसान व बागवान लाभान्वित होंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि शीघ्र ही चायल-कण्डाघाट सड़क को स्तरोन्नत किया जाएगा ताकि स्थानीय निवासियों व पर्यटकों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि नागरिक अस्पताल चायल में शीघ्र ही चिकित्सकों के पद भरे जाएंगे।
