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विनायक चतुर्थी पर करें दूर्वा के उपाय, गणेश जी करेंगे हर संकट का अंत

31 मई 2025 : आज विनायक चतुर्थी का व्रत है. आज व्रत रखकर विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की पूजा करते हैं और उनकी प्रिय वस्तुएं अर्पित करते हैं. गणेश जी को दूर्वा बहुत प्रिय है, इस वजह से विनायक चतुर्थी, गणेश चतुर्थी और संकष्टी चतुर्थी के दिन या बुधवार को गणेश जी की विशेष कृपा पाने के लिए दूर्वा का उपाय करते हैं. दूर्वा के उपाय से गणेश जी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं. आज विनायक चतुर्थी के अवसर पर आप दूर्वा का उपाय करके धन और वैभव की प्राप्ति कर सकते हैं, इसके साथ ही गणेश जी आपके सभी विघ्न, बाधा, क्लेश, शत्रु आदि सबको शांत कर देंगे और जीवन में शुभता प्रदान करेंगे. आइए जानते हैं दूर्वा के उपाय या दूर्वा के टोटकों के बारे में.

दूर्वा के उपाय

1. एक लाल धागा, कपड़ा या रक्षा सूत्र लेकर उसमें कम से कम 21 दूर्वा बांध दें. उसके बाद पूजा के समय उस दूर्वा को गणेश जी के मस्तक पर चढ़ा दें. चतुर्थी या बुधवार के दिन इस उपाय को करें. फिर 10 दिनों पूजा के समय तक इस दूर्वा से जल गणेश जी को अर्पित करें. मान्यताओं के अनुसार, ऐसा करने से आपके धन, सुख और समृद्धि में बढ़ोत्तरी होगी. धन का संकट दूर होगा.

2. बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा करें. उनको दूर्वा ​अर्पित करें. उसके बाद कुछ हरी दूर्वा लेकर उसे गाय को खिलाएं. य​ह उपाय 11 बुधवार करने से गृह क्लेश शांत होगा. परिवार में सुख और शांति आएगी. परिवार में प्रेम बढ़ेगा और बुध दोष फिर दूर होगा.

3. आ​र्थिक संकट और दरिद्रता को दूर करने के लिए शुक्रवार के दिन दूर्वा और शुद्ध घी मिलाकर दीपक जलाएं. उसे गणेश जी की मूर्ति के सामने रखें. फिर ओम लक्ष्मी गणपतयै नमः मंत्र का जाप 108 बार करें.

4. शत्रुओं पर विजय और कोर्ट केस से मुक्ति के लिए बुधवार को गणेश जी को 21 ​दूर्वा अर्पित करें और ॐ विघ्ननाशाय नमः मंत्र का जाप करें. यह तक तक करना है, जब तक आप सफल न हो जाएं.

गणेश जी को दूर्वा क्यों चढ़ाते हैं?
पौराणिक कथा के अनुसार, अनलासुर नाम राक्षस ने देवी और देवताओं को परेशान कर रखा था. इससे मुक्ति प्रदान करने के लिए गणेश जी सामने आए. उन्होंने अनलासुर से युद्ध किया और अंत में उसे जिंदा ही निगल गए. इससे उनकी पेट में जलन होने लगी, तो कश्‍यप ऋषि ने उनको दूर्वा खिलाया, जिससे उनके पेट की जलन शांत हुई. तब से दूर्वा गणेश जी की प्रिय हो गई. उन्होंने कहा कि जो भी भक्त उनको दूर्वा अर्पित करेगा, वे उसके सभी संकट हर लेंगे.

1. गणेश जी को दूर्वा चढ़ाने से विघ्न, बाधाएं, क्लेश और शत्रु शांत होते हैं.

2. कार्य में रुकावटें दूर होती हैं और सफलता मिलती है.

3. पैसे, कारोबार और नौकरी में उन्नति होती है.

4. कुंडली के ग्रह दोष दूर होते हैं.

गणेश जी को दूर्वा चढ़ाने की विधि

गणपति बप्पा को हरी, ताजी और 3 या 5 नोक वाली दूर्वा लेने चाहिए. दूर्वा को किसी मंदिर स्थान या साफ-सुथरी जगह से तोड़कर लाएं. फिर उसे पानी से अच्छे से धोकर साफ कर लें. गणेश जी को 11 या 21 दूर्वा चढ़ाना सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का जाप करते हुए दूर्वा गणेश जी को अर्पित करें. दूर्वा गणेश जी के मस्तक पर अर्पित करना चाहिए.

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