पंजाब 29 मई 2025 : अखिल भारतीय कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे ‘संविधान रक्षा कार्यक्रम’ के अंतर्गत मलोट में आयोजित जिला स्तरीय रैली के दौरान अनुशासनहीनता के मामले में कांग्रेस ने तीन नेताओं के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिला कांग्रेस ने दो नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जबकि एक अन्य नेता के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रदेश अध्यक्ष और महासचिव को पत्र लिखा गया है।
जारी किए गए नोटिसों में पार्टी ने तीखी भाषा का प्रयोग करते हुए साफ किया है कि अनुशासन भंग करने वालों को किसी प्रकार की रियायत नहीं दी जाएगी। जिला कांग्रेस अध्यक्ष शुभदीप सिंह बिट्टू और ब्लॉक अध्यक्ष शिव कुमार शिवा ने अश्विनी खेड़ा एम.सी. और उनके भाई जुगराज खेड़ा को अलग-अलग नोटिस जारी किए हैं। आरोप है कि इन नेताओं ने कांग्रेस के निर्देशों की अवहेलना करते हुए रैली में मंच पर हंगामा किया, जिसमें उनके परिवार के सदस्य भी शामिल थे। इस घटना को मीडिया में व्यापक कवरेज मिली, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा।
नोटिस में दोनों नेताओं से तीन दिन के भीतर जवाब मांगा गया है और स्पष्ट किया गया है कि संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और महासचिव कैप्टन संदीप संधू को पत्र भेजकर जसपाल सिंह औलख एडवोकेट के खिलाफ भी अनुशासनहीनता के आरोप में कार्रवाई की मांग की गई है। बताया गया है कि औलख ने 23 मई को मंच पर पार्टी अनुशासन का उल्लंघन किया था।
अब यह देखना होगा कि नोटिस का जवाब किस दिशा में जाता है और पार्टी औलख के मामले में क्या रुख अपनाती है। लेकिन इतना तय है कि कांग्रेस अब अनुशासनहीनता के मामलों में सख्ती बरतने के मूड में है।
