हरियाणा 11 मई 2025 : पाकिस्तान ने शनिवार शाम 5 बजे सीजफायर लागू होने के 3 घंटे बाद ही इसे तोड़ दिया। जम्मू-कश्मीर सहित कई जगह ड्रोन अटैक किए, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। पाकिस्तान के खिलाफ मजबूत स्थिति के बाद सीजफायर के फैसले से सेना के पूर्व प्रमुख भी हैरान हैं। जानें सीजफायर के समझौते पर पूर्व सेना प्रमुखों ने क्या कहा-
जनरल मनोज नरवणे– पूर्व सेना प्रमुख मनोज नरवणे ने भी सोशल मीडिया पर लिखा- ‘समुद्र और आकाश में सैन्य कार्रवाई का शनिवार 5 बजे से रुकना एक स्वागत योग्य कदम है। हालांकि हम हर बार किसी हमले के बाद ही जवाब दें और आतंकवाद के कारण जान गंवाते रहें-यह तरीका अब नहीं चलेगा। यह तीसरी बार हुआ है, आगे अब कोई और मौका नहीं मिलेगा।
जनरल वीपी मलिक– जनरल मलिक 1999 में करगिल युद्ध के दौरान सेनाध्यक्ष रहे थे। तब भारत ने पाकिस्तान पर जीत हासिल की थी। सीजफायर के ऐलान के बाद पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीपी मलिक ने सोशल मीडिया पर लिखा- ’22 अप्रैल को पहलगाम में हुए भयावह पाकिस्तानी आतंकी हमले के बाद भारत ने सैन्य और असैन्य कार्रवाइयां की। लेकिन इनसे कोई राजनीतिक या रणनीतिक लाभ मिला भी या नहीं- यह सवाल हमने भविष्य के इतिहास पर छोड़ दिया है।’ वहीं राजनीतिक विचारक और लेखक ब्रह्या चेलानी ने भी सीजफायर पर सवाल उठाते हुए कहा कि जीत को हार में बदल देना भारतीय राजनीति की पुरानी परंपरा रही है।
