22 अप्रैल 2025 : आचार्य चाणक्य द्वारा रचयित चाणक्यनीति में मानव जीवन से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई है. माना जाता है कि अगर कोई व्यक्ति चाणक्यनीति के सूत्रों को अपनाता है तो उसके जीवन में उसे उचित मार्गदर्शन मिलता है व उसे जीवन में अपार सफलता भी प्राप्त होती है. आचार्य चाणक्य ने समाज, परिवार, भाई, दोस्ती, संबंधों सहित कई चीजों के बारे में विस्तार से बताया है. इसके साथ ही बता दें कि चाणक्यनीति में उन लोगों की पहचान बताई गई है जो कि हमेशा दूसरों को काबू में करने का प्रयास करते हैं. तो आइए चाणक्य नीति के अनुसार जानते हैं उन लोगों की पहचान कैसे करें जो कि आपको काबू में करने का प्रयास करते हैं या करने का सोच रहे हैं.
अपने इशारों पर चलना
हमारे जीवन में कुछ लोग ऐसे भी रहते हैं जो कि आपको अपने इशारों पर चालाना चाहते हैं और आपकी राय को बिलकुल भी महत्व नहीं देते हैं. हमेशा आपसे यही उम्मीद करते हैं कि आप उनकी सोच, आदतें और फैसले के अनुसार चलें. ऐसे लोग धीरे-धीरे आपकी स्वतंत्र सोच को खत्म कर देते हैं और यही आदतें आपको उनका गुलाम बनाती है.
जरूरत पड़ने पर मुंह फेरने वाले लोग
सच्चा रिश्ता वही होता है जो आपके पूरे अस्तित्व को स्वीकार करे और आपका हर परिस्थिती में साथ दे. लेकिन कुछ लोग केवल अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए आपके करीब आते हैं और जब आपको उनकी जरूरत पड़ती है तो वे अपना व्यवहार बदल लेते हैं. यह संकेत है कि वे आपको एक इंसान नहीं बल्कि एक वस्तु के समान मानते हैं और उनकी नजरों में आपकी कोई वेल्यू नहीं होती और वे सिर्फ आपको अपना गुलाम बनाना चाहते हैं.
दूसरों के सामने नीचा दिखाना
एक तरफ जहां सच्चे लोग आपकी ताकत को पहचानते हैं वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं जो सिर्फ आपकी कमियां खोजने में ही लगे रहते हैं. उनका मकसद होता है आपको लगातार नीचा दिखाना ताकि आप आत्म-संदेह में जकड़े रहें और वे आप पर हावी हो सकें. ऐसे लोगों की संगत आपके आत्मबल को खत्म कर देती है और फिर आप उनपर पूर्णरूप से निर्भर हो जाते हैं.
जो भावनाओं का सहारा लेते हैं
भावनाएं इंसान की सबसे बड़ी ताकत और सबसे बड़ी कमजोरी होती हैं. कुछ लोग इसका फायदा उठाकर आपको प्यार या सहानुभूति के नाम पर ब्लैकमेल करते हैं. वे आपको ये यकीन दिला देते हैं कि उनके बिना आप अधूरे हैं. धीरे-धीरे आप अपने फैसलों और इच्छाओं को त्यागकर केवल उनके इशारों पर जीने लगते हैं.
