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गुरु नानक देव अस्पताल में अफरा-तफरी, कंपनी पर बड़ी कार्रवाई संभव

अमृतसर 21 अप्रैल 2025 गुरु नानक देव अस्पताल में मरीजों को रिएक्शन करने वाले ग्लूकोज के एक बैच का सैंपल फेल आया है। हिमाचल की कंपनी द्वारा गत दिवस गुरु नानक देव अस्पताल में 2190 उक्त बैच की ग्लूकोज बोतलें सप्लाई की थी। फिलहाल ड्रग विभाग द्वारा अस्पताल के एक कमरे में 2089 ग्लूकोज की बोतलें सील कर दी है और संबंधित कंपनी के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है।

जानकारी के अनुसार पिछले समय दौरान हिमाचल की एक निजी कंपनी द्वारा सरकारी स्तर पर ग्लूकोज की सप्लाई की थी। पंजाब सरकार द्वारा उक्त ग्लूकोज की सप्लाई से पहले एक बार सरकारी स्तर पर इसकी जांच की गई थी, लेकिन उस समय मापदंड सही पाए गए, लेकिन गुरु नानक देव अस्पताल में मरीजों को उक्त ग्लूकोज का रिएक्शन होने का मामला सामने आने के बाद तुरंत इसके प्रयोग पर रोक लगा दी गई थी। भारत सरकार के ड्रग इंस्पैक्टर द्वारा इसके सैंपल भरे गए थे। ग्लूकोज के बैच नंबर एल.वी. 4979 में बैक्टीरियल इंडोटॉक्सिन पाया गया है। यह ग्लूकोज मापदंडो को पूरा नहीं करता।

इस बैच के ग्लूकोज में बैक्टीरिया की मात्रा पाई गई है। गुरु नानक देव अस्पताल में 2190 सैंपलों में से 85 की करीब इस्तेमाल की गई जिनमें से 16 टैस्टिंग के लिए फिर केंद्रीय ड्रग इंस्पैक्टर द्वारा बोतले ली गई। अब 2089 बोतलें सील कर गुरु नानक देव अस्पताल में रख दी गई हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले समय दौरान गुरु नानक देव अस्पताल में दाखिल मरीजों को जब उक्त बैच का ग्लूकोज लगाया गया तो कुछ समय बाद मरीजों को खुजली और उनके शरीर में दाने निकलने लगे जिससे अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

तुरंत मेडिकल सुपरिंटैंडैंट द्वारा मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई और अधिकारियों ने स्टॉक को सील करवा दिया। केन्द्र सरकार के ड्रग इंस्पैक्टर द्वारा सील किए गए ग्लूकोज के सैंपल लिए गए एक बैच का सैंपल फेल पाया गया। ड्रग इंस्पैक्टर सुखदीप सिंह ने बताया कि एक सैंपल फेल पाया गया है। केंद्र सरकार के ड्रग इंस्पैक्टर द्वारा पंजाब सरकार से बातचीत की जा रही है। सरकार द्वारा जारी आदेशों के अनुसार कंपनी के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा सकती है।

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