वाराणसी 20 मार्च 2025 : शक्ति उपासना के पर्व चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होने वाली है. नवरात्र के नौ दिन देवी के पूजा आराधना के लिए बेहद खास होता है. वैदिक हिन्दू पंचांग के अनुसार इस बार नवरात्र की शुरुआत 30 मार्च से हो रही है जो 6 अप्रैल तक चलेगा. नवरात्रि में देवी का आगमन और प्रस्थान कई खास संकेत देते हैं.
आइये जानते है इस बार चैत्र नवरात्रि में देवी का वाहन क्या है और यह क्या संकेत कर रहे है. काशी के ज्योतिषाचार्य पण्डित संजय उपाध्याय ने बताया कि,इस बार चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही है. जबकि उनके प्रस्थान भी हाथी पर ही हो रहा है. मां दुर्गा का हाथी पर सवार होकर आना और जाना शुभता का प्रतीक है.
खूब होगी बारिश
ज्योतिषी गणना के अनुसार, इस बाद देवी का आगमन यह संकेत कर रहा है कि इस वर्ष खूब अच्छी वर्षा होगी जिससे देश में अन्न का उत्पादन भी अच्छा होगा. इसके अलावा लोगों के घर में सुख शांति और समृद्धि का भी वास होगा.
कितने दिन की है नवरात्रि
पंडित संजय उपाध्याय ने बताया की नवरात्रि इस बार 30 मार्च से 6 अप्रैल तक रहेगा. तिथियों में हेर फेर के कारण अष्टमी और नवमी तिथि एक ही दिन यानी 6 अप्रैल को होगी. ऐसे में इस बार नवरात्रि 9 नहीं बल्कि 8 दिनों का होगा.
ये है कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
30 मार्च को चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि को कलश स्थापना के साथ देवी की पूजा आराधना की शुरुआत होती है. इस साल कलश स्थापना के दिन दो मुहूर्त सबसे शुभ है. पहला मुहूर्त सुबह 5 बजकर 52 मिनट से शुरू हो रहा है जो 9 बजकर 22 मिनट तक रहेगा. इसके अलावा दोपहर में 12 बजकर 02 मिनट से 12 बजकर 56 मिनट के बीच भी आप कलश स्थापना कर सकते हैं.