भवानीगढ़ 4 मार्च 2025: 5 मार्च को चंडीगढ़ में पंजाब सरकार के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा लगाए जाने वाले पक्के मोर्चे को विफल करने के उद्देश्य से, पुलिस ने आज सुबह विभिन्न गांवों में छापेमारी कर कई किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने आज सुबह भवानीगढ़ ब्लॉक के विभिन्न गांवों से किसान नेताओं को हिरासत में लेने की कार्रवाई शुरू की। हिरासत में लिए गए नेताओं में भारतीय किसान यूनियन (एकता डकौंदा) बुर्जगिल के प्रदेश उपाध्यक्ष गुरमीत सिंह भट्टीवाल, ब्लॉक नेता बुध सिंह बालद, भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल) के जिला अध्यक्ष गुरमीत सिंह कपियाल, जिला प्रेस सचिव डा. बलजिंदर सिंह संघरेड़ी, पूर्व कोषाध्यक्ष अजायब सिंह संघरेड़ी, और सीपीआई के निर्मल सिंह बटरियाना शामिल हैं।
इस कार्रवाई के चलते ब्लॉक के अन्य किसान नेता रूपोश हो गए। इनमें बीकेयू (राजेवाल) के जिला महासचिव कश्मीरा सिंह घराचों, बीकेयू (डकौंदा) के जिला अध्यक्ष करम सिंह बलियाल, ब्लॉक अध्यक्ष चमकौर सिंह, इकाई अध्यक्ष कुलविंदर सिंह मिट्ठू, और जगतार सिंह तूर शामिल हैं।
रूपोश हुए किसान नेताओं ने मीडिया से बातचीत में पंजाब सरकार की इस पुलिस कार्रवाई की कड़ी आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के साथ-साथ पंजाब सरकार भी किसानों से किए गए वादों से पीछे हट रही है और अब आंदोलन को दबाने के लिए पुलिस का सहारा लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों पर बढ़ते दमन के बावजूद, वे अपने अधिकारों की लड़ाई से पीछे नहीं हटेंगे।
नेताओं ने साफ कहा कि 5 मार्च को चंडीगढ़ में पक्का मोर्चा हर हाल में लगेगा, और इसमें बड़ी संख्या में किसान शामिल होंगे। उन्होंने सरकार से मांग की कि किसानों की जायज मांगों को जल्द से जल्द लागू किया जाए, अन्यथा आंदोलन और तेज होगा।
