कैथल 17 फरवरी 2025 : कैथल जिले के गांव श्याें माजरा के बी.ए. पास मनदीप सिंह का सपना था कि वह अमेरिका जाकर डॉलर कमाएगा और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को अच्छा करेगा। इसके लिए उसके पिता मंगत सिंह ने एक किल्ला जमीन बेची व बचे हुए 2 किले पर बैंक से लिमिट करवाई और कुछ पैसा रिश्तेदारों से उधार लिया और 44 लाख रुपए में एजेंट से अमेरिका भेजने की बात हुई।
मनदीप ने बताया कि उसके एजेंट ने कहा था कि 40 दिन में डोंकी के माध्यम से उसे अमेरिका सुरक्षित भेज दिया जाएगा 18 सितंबर को उसे दिल्ली से मुंबई भेजा गया। उसके बाद मुंबई से गोहाना। उसके बाद ब्राजील, मालवीय ,पेरू ,कोलंबिया और पनामा के जंगलों से होते हुए 24 जनवरी मेक्सिको बॉर्डर की दीवार कूद कर अमेरिका भेजा जहां अमेरिका बॉर्डर पुलिस में मनदीप को पकड़ लिया और उसे अपनी हिरासत में रखा। 13 फरवरी को उसे डिपोर्ट कर दिया गया।
मनदीप का कहना है कि एजेंट ने उसे झांसे ने रखा। 40 दिन की बात कर 5 महीने लगा दिए। अमेरिका में सरकार बदल गई, जिसका खामियाजा उसे डिपोर्ट होकर भुगतना पड़ा। पैसा भी गया, जमीन भी गई और पासपोर्ट भी 5 साल के लिए खराब हो गया। अमेरिका से अमृतसर एयरपोर्ट तक उन्हें हथकड़ियां में बांधकर लाया गया। उसके बाद अंबाला पुलिस को सौंपा गया। अंबाला से कैथल पुलिस को सौंपा गया और गुहला थाना की पुलिस ने परिजनों को मनदीप उनके सपुर्द कर दिया। यहां आकर मनदीप का सपना टूट कर चूर- चूर हो गया। परिवार चाहता है कि धोखेबाज एजेंट के खिलाफ कार्रवाई हो।
