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प्यार या दोस्ती में धोखा नहीं मिलेगा, बस मानें चाणक्य नीति

12 फरवरी 2025 : आचार्य चाणक्य महान अर्थशास्त्री व रणनीतिकार माने जाते हैं. उन्होंने अपने समयकाल में ऐसी कई नीतियों की रचना की थी, जो कि आज भी लोगों का मार्गदर्शन करती हैं. चाणक्य नीतियों में घर, परिवार, करियर, रिश्तों सहित मानव जीवन से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की है. उन्होंने इन मामलों पर गंभीरता से विचार कर नीतियां बनाई हैं, जिनका अनुसरण करने से व्यक्ति को सफल, समृद्ध व खुशहाल जीवन प्राप्त हो सकता है.

आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में धोखे से बचने के लिए भी कई बातें बताई हैं. उनके अनुसार अगर आप अपने जीवन में दोस्तों, संबंधियों या फिर रिश्तेदारों से धोखा खाने से बचकर रहना चाहते हैं तो आचार्य चाणक्य द्वारा बताई कुछ विशेष बातों का ध्यान जरुर रखें. तो आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य डॉ अरविंद पचौरी से जानते हैं कि वो कौन-कौन सी नीतियां हैं जो कि हमें धोखा खाने से बचा सकती हैं.

दिल के साथ-साथ दिमाग का भी करें इस्तेमाल
चाणक्य नीति के अनुसार, व्यक्ति को हमेशा अपने रिश्ते में दिल के साथ-साथ दिमाग से भी काम लेना चाहिए. क्योंकि हमेशा दिल से सोचने पर आपको धोखा मिलने की संभावना बढ़ जाती है. क्योंकि सिर्फ दिल से सोचने पर आपको कई तरह की गलतफहमियां हो सकती हैं. ऐसे में दिमाग का इस्तेमाल कर आप इन गलतफहमियों को दूर कर सकते हैं और धोखा मिलने से पहले आप संकेतों को महसूर कर पाएंगे और बच जाएंगे.

भावनाओं पर रखें नियंत्रण
आचार्य चाणक्य के अनुसार, व्यक्ति को हमेशा अपनों से धोखा ज्यादा मिलता है. खासकर तब जब हम किसी भी रिश्ते में अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाते हैं और यही आदत हमें आगे चलकर बहुत दुख पहुंचाती है. इसलिए दोस्ती का रिश्ता हो या प्यार का रिश्ता हमेशा अपनी भावनाओं को कंट्रोल में रखकर ही भरोसा करना चाहिए. क्योंकि जब हम अपनी भावनाओं को काबू में रखकर कोई फैसला लेते हैं तो इससे हमें आसानी होती है.

सतर्कता से निर्णय लें
अगर आप किसी व्यक्ति से दोस्ती आगे बढ़ाना चाहते हैं या फिर प्यार के रिश्ते में आगे बढ़ना चाहते हैं, इसके अलावा घर-परिवार में भी रिश्तों में सांजस्य की भावना रखते हैं तो इसके लिए आपको किसी पर भी आंख बंद करके भरोसा नहीं करना चाहिए. बल्कि सतर्क रहकर दिमाग का इस्तेमाल कर कोई भी निर्णय लेना चाहिए.

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