पंजाब,1 फरवरी, 2025 : गढ़दीवाला कस्बे के कालरा रोड पर आबादी से बिल्कुल सटे बुट्टरों के डेरे के खेतों में स्थित कुछ प्रवासी मजदूरों की झूग्गी-झोपड़ियों के बाहर एक तेंदुआ आने से दहशत का माहौल पैदा हो गया। इस तेंदुए ने एक प्रवासी मजदूर के पालतू कुत्ते पर भी हमला करने की कोशिश की, लेकिन अन्य कुत्तों के भौंकने से तेंदुए को भागने के लिए मजबूर होना पड़ा।
इस संबंध में प्रवासी मजदूर धर्मपाल पुत्र रजत राम ने बताया कि बीती रात उनकी झोपड़ी के बाहर कुछ आवाज आई और उसके द्वारा रखे गए पालतू कुत्तों ने भी अचानक भौंकना शुरू कर दिया। उसने सोचा कि शायद बाहर कोई चोर न हो और जब वह टॉर्च लेकर बाहर निकला तो तेंदुए की दहाड़ सुनकर वह डर गया और वापस अपनी झोपड़ी में चला गया। उसने बताया कि उसकी झोपड़ी के साथ रहने वाले अन्य प्रवासी मजदूरों और खेत के मालिक कुलदीप सिंह लाडी बुट्टर को तेंदुए के होने की उसने जानकारी दी। उसने बताया कि खेत के मालिक कुलदीप सिंह लाडी बुट्टर के वहां पहुंचने पर अन्य प्रवासी मजदूरों ने एकत्रित होकर जब देखा तो उसकी झोपड़ी के ठीक बाहर तेंदुए के पैरों जैसे निशान लगे हुए थे और खेतों में बोई गई गेहूं की फसल में भी तेंदुए जैसे जानवर के गुज़रने की पैड देखी गई। इसके बाद लोग बाहर निकलने से भी डर रहे हैं।
जीव सुरक्षा विभाग ने जंगली बिल्ला होने का जताया शक
इस संबंध में जब जीव सुरक्षा विभाग के गार्ड चरणजीत सिंह से इस तरह घूम रहे तेंदुए बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनकी टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर पूरी तरह से जांच की गई है, लेकिन उन्हें वहां तेंदुआ होने के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले है। उन्होंने मौके पर पाए गए निशानों से जंगली बिल्ला होने का शक जताया। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी विभिन्न गांवों में तेंदुए के घूमने की अफवाहें फैलाई गई थी।
