7 दिसंबर 2024 – भारत हमेशा से संतों की तपस्थली रही है, जहाँ अनेक महान तपस्वी हुए हैं। इन संतों में से एक हैं नीब करौरी महाराज, जिनकी तपस्थली कैंची धाम आजकल चर्चा में है। हाल ही में, अनंत चतुर्दशी के मौके पर बाबा नीब करौरी महाराज की शिक्षाओं पर आधारित पुस्तक “महाराज जी = LOVE” का विमोचन हुआ। इस पुस्तक के लेखक हनुमान दास हैं, जो बाबा के भक्त हैं।
हनुमान दास हल्द्वानी में रहते हैं और पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। उनके इंस्टाग्राम पर 1 लाख से ज्यादा फॉलोअर हैं, और वह बाबा नीब करौरी महाराज के भक्तों को कैंची धाम से संबंधित जानकारी प्रदान करते हैं। इस किताब “महाराज जी = LOVE” के लिए हनुमान दास ने बाबा के कृपापात्र और श्री कैंची हनुमान मंदिर के प्रबंधक श्री विनोद जोशी जी से लंबी बातचीत की। यह पुस्तक उसी संवाद पर आधारित है, जिसमें हनुमान दास और विनोद जोशी जी के विचार और अनुभवों को संकलित किया गया है।
किताब के लेखक हनुमान दास बताते हैं कि आजकल देश-विदेश से भक्त कैंची धाम आ रहे हैं, लेकिन बहुत से भक्त बाबा की गहरी शिक्षाओं से अनजान और अपरिचित हैं। वे यहां आकर केवल फोटो और वीडियो लेते हैं, जबकि बाबा द्वारा दी गई ज्ञानवर्धक बातों को अपनाने में असफल रहते हैं। हनुमान दास ने बताया कि उन्होंने यह किताब इस उद्देश्य से लिखी है ताकि बाबा की शिक्षाओं को भक्त सही तरीके से जानें, समझें और अपने जीवन में लागू करें। हनुमान दास के अनुसार, श्री विनोद जोशी जी ने अपना पूरा जीवन बाबा की सेवा में समर्पित किया है, और उनसे हुई यह गहरी बातचीत लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी, जिससे उनका कल्याण होगा।
हनुमान दास ने यह भी बताया कि बाबा नीब करौरी महाराज पर आधारित पुस्तकें हिंदी में आसानी से उपलब्ध नहीं हैं, इसलिए उन्होंने इसे हिंदी में लिखा, ताकि ज्यादा से ज्यादा भक्त बाबा की शिक्षाओं और संदेश को समझ सकें। हनुमान दास ने कहा कि यह किताब पूरी तरह से निशुल्क उपलब्ध है, और जो भी इसे प्राप्त करना चाहते हैं, वे 7533818585 पर वाट्सएप मैसेज कर सकते हैं।
देश-विदेश से भक्त बाबा नीब करौरी महाराज के दर्शन हेतु नैनीताल जिले के कैंची धाम पहुंच रहे हैं। इस धाम में नामी हस्तियां जैसे स्टीव जॉब्स, मार्क जुकरबर्ग और विराट कोहली भी आ चुके हैं। भारत के कई पूर्व प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति भी बाबा के भक्त रहे हैं। बाबा के भक्तों के आगमन से कुमाऊं क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिला है, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी लाभ हुआ है।