पंजाब 04 दिसंबर 2024 : तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सचखंड श्री दरबार साहिब के बाहर सेवा करते समय शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पर हुए हमले को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक बताया है। उन्होंने कहा कि सचखंड श्री दरबार साहिब सिखों का पवित्र स्थान है जहां जो भी आता है वह भय मुक्त होकर गुरु को समर्पित हो जाता है। इसलिए श्री दरबार साहिब में ऐसी घटना होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि सोमवार को श्री अकाल तख्त साहिब से जो फैसला लिया गया, उस पर सिंह साहिबानों ने फसील पर कहा कि यह फैसला बिना किसी दबाव या भय के केवल गुरु के डर से लिया गया है। कल भी हम वहां उपस्थित थे और सच्चे पातशाह से प्रार्थना की कि यह निर्णय आपकी सहमति से आपकी उपस्थिति में हुआ है। यदि कोई इस फैसले पर सहमत हो जाए तो यह आपके तख्त के लिए प्रशंसा है और यदि किसी को यह फैसले को नापसंद हो या बुरा कहे तो वह भी आपके तख्त के लिए है।
जत्थेदार साहब ने कहा कि कई एजेंसियां ऐसी हैं जिन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि फैसला अच्छा है या बुरा। उनका दर्द हमारे संकल्प से है जो गुरु हरगोबिंद साहिब ने हमें आशीर्वाद दिया है। यहां कोई भी वरिष्ठ हो, उसकी जवाबदेही तय होगी। एक मानसिकता है जो हमारे इस सकंल्प से नफरत करती है। उन्होंने कहा कि यह हमेशा कायम रहेगा। तख्त के जो फैसले गुरु के भय से लिए जाएंगे, वे टिके रहेंगे और जो फैसले गुरु के भय के बिना लिए जाएंगे, वह फैसले करने वाले गिर जाएंगे। ज्ञानी रघबीर सिंह ने फिर कहा कि मुझे आज सुबह की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक लगती है।
