चंडीगढ़ 29 नवम्बर 2024 : नव गठित संगठन हरियाणा यूनिवर्सिटीज पार्ट टाइम टीचर्स एसोसिशन के सदस्यों ने आज हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को दोबारा अपनी समस्या को लेकर ज्ञापन सौंपा। हरियाणा के विश्व विद्यालयों में कार्य कर रहे पार्ट टाइम टीचर की अति गंभीर समस्याओं से अवगत कराया गया। जिसमें मुख्य यह थी कि शिक्षकों को नियमित और समेकित वार्षिक 12 महीने का वेतन नहीं दिया जाता, बल्कि अब मुश्किल से 8 से 9 महीने का वेतन मिलता है। जिससे पार्ट टाइम टीचर को मानसिक और आर्थिक कष्ट होता है और लगभग हजार से ज्यादा पार्ट टाइम टीचर 2018 से कार्यरत है। अलग-अलग विश्वविद्यालय में इन्हे अलग-अलग पदनाम दिए जाते है जैसे पार्ट टाइम टीचर्स व गेस्ट टीचर और प्रति लेक्चर के आधार पर वेतन भी अलग-अलग अपने हिसाब से दिया जाता हैं जो कि शिक्षकों की योग्यता और UGC के दिशा निर्देश के अनुरूप नहीं हैं।
गौरतलब है कि पार्ट टाइम टीचर्स का कार्यभार भी नियमति और अनुबंध प्राध्यापकों से भी अधिक है। इसलिए पार्ट टाइम टीचर्स ने हरियाणा के मुख्यमंत्री के सम्मुख एक विस्तृत ज्ञापन दोबारा सौंपा। जिसमें मुख्य यह मांग रखी गई कि शिक्षकों को वार्षिक 12 महीने का नियमति और समेकित वेतन समान काम सम्मान वेतन के आधार पर दिया जाए। इसके अलावा नौकरी की सुरक्षा की मांग की ताकि पार्ट टाइम टीचर्स का भविष्य सुरक्षित हो सके। उनको यह भी बता दिया गया है कि हम लोग घंटे के हिसाब से काम करने वाले प्रोफेसर है। मुख्यमंत्री जी ने आश्वासन दिया कि आप लोगों की समस्या का हमें पता है हम लोग जल्द ही आप लोगों के हित में एक बिल लेकर आने वाले हैं। साथ में सभी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के साथ एक ऑनलाइन बैठक करने वाले है और हमें पता है कि सिर्फ यूनिवर्सिटी के वे टीचर जो घंटों के हिसाब से काम करते है अब तक सिर्फ वही किसी लाभ को मिले बिना रहते है। हरियाणा यूनिवर्सिटीज पार्ट टाइम टीचर्स एसोसिशन के प्रतिनिधिमंडल लगातार चंडीगढ़ के सभी प्रशासनिक अधिकारी गण से मिल रहे है।