पंजाब डेस्क: पिछले महीनों में त्यौहारों और अब शादियों के सीजन के कारण सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। सब्जियों की दिनों-दिन बढ़ती कीमत ने गरीब वर्ग का बजट हिलाकर रख दिया है।
दुकानदारों के मुताबिक अगले 1-2 महीने तक कीमतें कम होने की उम्मीद नहीं है। रसोई का शिंगार हरी सब्जियां इन दिनों मध्यम और निम्न वर्ग की पहुंच से बाहर होती जा रही हैं। पिछले कुछ महीनों से सब्जियों की बढ़ती कीमतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। हर सब्जी का स्वाद बढ़ाने वाले टमाटर की कीमत अब 60 से 70 रुपए प्रति किलो चल रही है, जो आम दिनों में 20 से 25 रुपए के आसपास होती थी। इसी तरह आलू 30 से 40 रुपए, पहाड़ी आलू 70 से 80 रुपए, शिमला मिर्च 50 से 60 रुपए, छप्पन कद्दू 40 से 50 रुपए प्रति किलो, फूलगोभी 40 से 45 रुपए, प्याज 50 से 60 रुपए, मटर 90 रुपए और सर्दियों में हरी पत्तेदार सब्जियों में से सबसे ज्यादा पसंद किया जाता, साग भी इस बार 40-50 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है।
दूसरी तरफ फलों की कीमतों में अनार 120 से 150 रुपए प्रति किलो, सेब 100 से 150 रुपए प्रति किलो और केले 70 से 80 रुपए प्रति दर्जन, अमरूद 50 से 70 रुपए प्रति किलो बिक रहे हैं। सब्जियों और फलों की लगातार बढ़ती कीमतों ने लोगों के खाने का बजट हिला कर रख दिया है। वहीं दुकानदारों का कहना है कि नवम्बर और दिसम्बर का महीना शादी का सीजन है, जिसके चलते सब्जियों और फलों के दाम बढ़े हैं। उनका मानना है कि इस बार मौसम में बदलाव के कारण सब्जियों की कम पैदावार भी कीमतों में बढ़ौतरी का एक कारण हो सकता है।