23 नवम्बर 2024 (हरियाणा): किसानों की जत्थेबंदियों ने पहले 6 दिसंबर को शंभू बॉर्डर से बिना ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली कूच करने की घोषणा की थी। लेकिन अब उन्होंने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। शुक्रवार को किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने किसानों से बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ शंभू और खन्नौरी बॉर्डरों पर पहुंचने की अपील की है।
किसान नेता रणजीत सिंह सवाजपुर ने बताया कि जत्थेबंदियों के प्रतिनिधि गांव-गांव जाकर बैठकें कर रहे हैं और किसानों को अधिक संख्या में भाग लेने का आग्रह कर रहे हैं। हर गांव से तीन-चार ट्रैक्टर-ट्रॉलियां लाने के लिए कहा गया है, ताकि केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ाया जा सके।
इस बीच, 26 नवंबर को किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल खन्नौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठने जा रहे हैं। वहीं, 6 दिसंबर को शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच की योजना पहले से तय है। पंधेर के इस ऐलान ने जिला और पुलिस प्रशासन को अलर्ट कर दिया है।
फरवरी में किसानों द्वारा शंभू और खन्नौरी बॉर्डर से ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ दिल्ली कूच करने की कोशिश के दौरान हरियाणा पुलिस और किसानों के बीच टकराव हुआ था। इस घटना में एक युवक की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे। अब प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि ऐसी स्थिति दोबारा न बने।
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने यह भी कहा है कि 26 नवंबर को उनके आमरण अनशन के दौरान अगर उनकी शहादत होती है, तो किसानों की मांगें पूरी होने तक उनका अंतिम संस्कार नहीं होगा। इसके अलावा, अनशन का सिलसिला जारी रहेगा। उनकी जगह दूसरा किसान नेता अनशन पर बैठेगा और अगर दूसरा भी शहीद होता है, तो तीसरा नेता यह जिम्मेदारी संभालेगा। इस सिलसिले को तब तक जारी रखने की योजना है जब तक कि किसानों की मांगें मान ली नहीं जातीं।